नागरिकता कानून का विरोध: अलीगढ में 70 महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज

नागरिकता कानून का विरोध: अलीगढ में 70 महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज

अलीगढ। धारा 144 लगे होने के बावजूद सड़क पर उतर कर नागरिकता कानून का विरोध कर रही 60-70 महिलाओं के खिलाफ अलीगढ के सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

अलीगढ़ सिविल लाइंस के सर्कल अधिकारी (सीओ) अनिल सामनिया ने बताया कि यहां कुछ महिलाओं ने धारा 144 के खिलाफ जाकर प्रदर्शन करने की कोशिश की, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।

गौरतलब है कि नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग़ और लखनऊ के घंटाघर सहित देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन और धरने जारी हैं। दिल्ली के शाहीन बाग़ में आज 36 वे दिन भी नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।

बिहार में भी कई जिलों में भी CAA और NRC के खिलाफ अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू हो गए है। राजधानी पटना के सब्जीबाग और फुलवारी शरीफ में इस तरह के प्रदर्शन 12 जनवरी से जारी है। इलाहाबाद में भी इसी तरह का प्रदर्शन जारी है।

इससे पहले कल देर रात पुलिस ने शाहीन बाग़ प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रोड खाली कराये जाने की अपील की थी। हालांकि कल रात बातचीत बेनतीजा खत्म हुई और शाहीन बाग़ को रोड खाली कराने की पुलिस की कोशिशें सफल नहीं हुईं।

दरअसल दो जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश जारी किये थे कि सीनियर सिटिजंस, छात्रों और मरीजों को हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए शाहीन बाग़ के 13 नंबर रोड बैठे प्रदर्शकारियों को हटाकर सड़क खाली कराई जाए। हालाँकि कोर्ट ने अपने आदेश में कोई डेडलाइन नहीं दी, इसके बावजूद पुलिस पर दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को तामील करने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

दिल्ली पुलिस की तरफ से शुक्रवार को ट्वीट कर प्रदर्शनकारियों से सड़क खाली करने की अपील की गई थी लेकिन प्रदर्शनकर रहे लोग फिलहाल वहां से हटने को तैयार नहीं हैं और उनका कहना है कि नागरिकता कानून रद्द होने तक वे वहां से नहीं हटेंगे और आंदोलन जारी रहेगा।

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TeamDigital