फारूक अब्दुल्ला बोले, ‘किसानो की तरह हम भी 370 और 35A की बहाली के लिए करेंगे संघर्ष’
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर जम्मू कश्मीर में अनुछेद 370 और 35A की बहाली की मांग की है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को किसान आंदोलन का उदाहरण देते हुए कहा कि हमे भी अपने अधिकारों के लिए इसी तरह कुर्बानी देनी होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से किसानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर केंद्र को तीनों कृषि कानून वापस लेने पर मजबूर कर दिया, ठीक उसी तरह हम भी आर्टिकल 370 और 35A को निरस्त करने के फैसले को वापस लेने के लिए उन्हें (केंद्र) मजबूर करेंगे।
फारूक अब्दुल्ला ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के हर एक कार्यकर्ता और नेता को हर गांव और मोहल्ले में जमीनी स्तर पर लोगों के संपर्क में रहना होगा।
फारूक अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमे उन्होंने हाल ही में कहा था कि आर्टिकल 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल हुई है और पर्यटन उद्योग आगे बढ़ रहा है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘अगर कश्मीर में पर्यटन बढ़ रहा है, तो इसका क्या मतलब है? क्या पर्यटन ही सब कुछ है?’
नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला की पुण्य तिंथि के अवसर पर उनके हजरतबल में स्थित मकबरे पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर को पुराने स्वरुप में वापस लाने के लिए हमे संघर्ष करना पड़ेगा, कुर्बानियां देनी होंगी और हम इसके लिए तैयार हैं।