सरकार की नई चिट्ठी पर कल फैसला लेंगे किसान, कल होगी किसान संगठनों की संयुक्त बैठक
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में आज 30वे दिन भी किसानो का आंदोलन जारी है। इस बीच शनिवार को किसान संगठनों की संयुक्त बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में सरकार की तरफ से बातचीत के लिए भेजी गई नई चिट्ठी पर फैसला लिया जाएगा।
इससे पहले आज पंजाब में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी के 96वे जन्मदिन पर बीजेपी द्वारा आयोजित किये गए कार्यक्रम पर किसानो ने विरोध जताया। कई जगह किसानो ने बीजेपी के कार्यक्रम में घुसकर हंगामा किया और कुर्सियां तोड़ दीं।
उत्तर प्रदेश के अमरोहा से किसानो का एक बड़ा काफिला आंदोलन में शामिल होने के लिए निकल पड़ा है। इस काफिले में सौ से अधिक ट्रेक्टर शामिल हैं। यह काफिला आज दिल्ली पहुंचेगा।
हरियाणा में आंदोलनकारी किसानो ने राज्य के सभी टोल प्लाजा को 72 घंटो के लिए फ्री कर दिया है। आंदोलनकारी किसानो द्वारा दिल्ली के सीमावर्ती बादली, बहादुरगढ़ औरमुरथल सहित सभी टोल फ्री किये जाने के एलान के बाद आज कई टोल प्लाजा पर टोल कर्मी मौजूद नहीं थे।
नोएडा के दलित प्रेरणास्थल पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज थाली बजाकर केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों का विरोध किया और उसे वापस लेने की मांग की।
किसानो से बातचीत के लिए सरकार तैयार: राजनाथ
दूसरी तरफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री सहित हम सब किसानों से अपील करना चाहते हैं कि बैठिए हर क़ानून पर हमारे साथ चर्चा कीजिए। मैंने तो यह भी अनुरोध किया है कि आप कृषि विशेषज्ञों को लाना चाहते हैं तो उन्हें भी लेकर आइए। यह सरकार बातचीत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि मुझे उम्मीद है कि किसानों और सरकार के बीच अगली बैठक में एक समाधान निकाला जाएगा। कई राज्यों के किसान भी नए कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं और प्रधानमंत्री को ‘धन्यवाद’ पत्र भेज रहे हैं।