कल उपवास रखेंगे किसान, गाज़ीपुर और सिंघु बॉर्डर पर बढ़ी किसानो की तादाद
नई दिल्ली। दिल्ली से सटी पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर किसानो की भीड़ एक बार फिर से बढ़ गई है और आज शाम तक किसानो का आना जारी था।
कल रात गाज़ीपुर बॉर्डर पर प्रशासन की कार्रवाही के अंदेशे के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की अपील पर रात से ही किसानो का आना शुरू हो गया था और यह सिलसिला आज शाम तक जारी रहा। उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, हापुड़, मुरादाबाद सहित कई जिलों से किसानो ने रात को ही दिल्ली की तरफ कूच करना शुरू कर दिया था।
वहीँ सिंघु बॉर्डर पर आज खुद को स्थानीय बताने वाले बीजेपी समर्थित प्रदर्शनकारियों के हमले के बाद पंजाब और हरियाणा से किसानो का आना जारी है। सिंघु बॉर्डर पर टिकरी बॉर्डर पर भी किसानो की तादाद कल के मुकाबले दो गुनी हो गई है।
शहीदी दिवस पर उपवास रखेंगे आंदोलनकारी किसान:
इस बीच आज 64वे दिन भी किसान आंदोलन जारी है। किसानो ने आज एलान किया कि वे 30 जनवरी को शहीदी दिवस पर उपवास रखेंगे। किसान नेता अमरजीत सिंह ने बताया कि 30 जनवरी को हम सद्भावना दिवस मनाने जा रहे हैं। हमारे सभी मोर्चों पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किसान नेता भूख हड़ताल करेंगे। यह देश के लोगों का आंदोलन है। हम सभी को भूख हड़ताल में शामिल होने का आह्वान करते हैं।
किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि इंटरनेट बहाल किया जाए। हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके, इसके लिए इंटरनेट बंद किया गया है।
पिछले 72 घंटो में जो षड्यंत्र हुआ उसे ठीक करेंगे: योगेंद्र यादव
स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि मोदी जी और योगी जी और अन्य सभी ध्यान से सुन लें, किसान इस आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे, चाहे जितना अपमानित और बदनाम कर लें। उन्होंने कहा कि पिछले 72 घंटों में जो षड्यंत्र हुआ है उसको तोड़ने के लिए अगले 72 घंटों में अब हमें सब कुछ ठीक करना है। देश के हर किसान के घर से 1-1 साथी मोर्चे पर पहुचेंगे और मोर्चे को मजबूत करेंगे।
हिन्दू-सिख मुद्दा बनाकर हिंसा करवाना चाहती है सरकार:
किसानों ने आरोप लगाया कि यहां आज पुलिस ने हिंसा के लिए बीजेपी और आरएसएस के लोग भेजे हैं। लोग यहां बढ़ रहे हैं। गाजीपुर के बाद सिंघु, टिकरी, शाहजहांपुर हर जगह लोग आ रहे हैं। सरकार इसे हिंदू और सिख का मसला बनाना चाहती है। बीजेपी के लोग यहां प्रदर्शन करने भेजे, हम शांतिपूर्ण रहेंगे।
वहीँ इससे पहले आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए इस तरह के षड्यंत्र रच रही है। लाल किले पर हमारा क्या उद्देश्य। क्या हम लाल किले पर इतना घिनौना काम कर सकते हैं। कोई किसान भूल-चूक में ट्रैक्टर लेकर लाल किले पर चला गया होगा लेकिन वह वापस आ गया था।