सरकार से बातचीत का इंतज़ार करेंगे किसान, निष्कर्ष निकलने तक जारी रहेगा आंदोलन
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आज 65वे दिन भी किसान आंदोलन जारी है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर दोहराया कि सरकार से बातचीत का किसान इंतज़ार करेंगे और निष्कर्ष निकलने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।
मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार बात नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं के आंदोलन में आने पर भी एतराज जताया। राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्ष यहां पर वोट तलाशने नहीं आए। विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है। हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
टिकैत ने सरकार के साथ बातचीत को लेकर कहा कि हमारे जो लोग जेल में बंद हैं वो रिहा हो जाएं फिर बातचीत होगी। प्रधानमंत्री ने पहल की है और सरकार और हमारे बीच की एक कड़ी बने हैं। किसान की पगड़ी का भी सम्मान रहेगा और देश के प्रधानमंत्री का भी।
राकेश टिकैत से मिलने पहुंचे सुखबीर सिंह बादल:
इससे पहले आज शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के साथ ग़ाज़ीपुर बॉर्डर (दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर) पर मुलाकात की। उन्होंने कहा, “हम यहां राकेश टिकैत को बधाई और समर्थन देने आए हैं। हमारी पार्टी और सारे किसान उनके साथ हैं।”
पीएम ने खुद बातचीत की पेशकश की है: खट्टर
किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर ने कहा कि किसानों और उनके नेताओं द्वारा जिस तरह का आंदोलन चलाया गया है उसकी ज़रुरत नहीं थी। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता होती है। प्रधानमंत्री ने खुद बातचीत की पेशकश की है। मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा।
केंद्र सरकार खुले मन से बातचीत के द्धार खोले: हुड्डा
कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों ने मुझसे कहा कि वे शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलकर सरकार से बातचीत करना चाहते हैं। केंद्र सरकार खुले मन से बातचीत के द्वार खोले। किसानों की मांगों को माने और इस गतिरोध को तुरंत समाप्त करे।