किसान आंदोलन: सड़क पर ही नया साल मनाएंगे किसान
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन में शामिल किसान कड़ाके की सर्दी के बावजूद दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की सीमाओं के अलावा दिल्ली के बुराड़ी में डंटे हुए हैं।
गुरूवार को 36वे दिन भी किसान आंदोलन जारी है। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर किसानो का कहना है कि वे सड़क पर ही नया साल मनाएंगे। किसानो ने कहा कि उनके लिए नए साल के जश्न से ज़्यादा ज़रूरी कृषि कानूनों का रद्द होना है।
इससे पहले कल किसानो और सरकार के बीच बातचीत में किसानो की दो मांगो पर सहमति बन गई थी। अभी एमएसपी और कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की मांग पर 4 जनवरी को एक बार फिर सरकार और किसानो के बीच बैठक होगी।
सरकार कृषि कानून रद्द करे न कि हमे समझाये:
कल हुई बैठक को लेकर सिंघु बॉर्डर पर किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के नेता सुखविंदर सिंह ने कहा कि सरकार को कल कानून और MSPके बारे में बात करना चाहिए था लेकिन उन्होंने बात नहीं की। 4 जनवरी को उम्मीद है,सरकार अभी मान नहीं रही कल भी वो हमें लाभ गिनवा रही थी इसलिए हम चाहते हैं कि वो जल्दी 3कानून को रद्द करें न कि हमें समझाएं।
किसानो का आना जारी:
वहीँ इस बीच कड़ाके की ठण्ड के बावजूद किसानो का दिल्ली पहुंचना जारी है। अमृतसर से बड़ी तादाद में किसान अपनी बाइको से कल सिंघु बॉर्डर पहुंचे हैं। वहीँ इससे पहले मंगलवार को भी लुधियाना से कई ट्रेक्टर ट्रॉलियों में किसान सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे।
किसानो का हौसला बढ़ाने आ रहे कलाकार:
पंजाबी गायक जैजी बी ने सिंघु बॉर्डर पर कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात की। उन्होंने बताया, “मैं रोज प्रदर्शन के वीडियो देखता था। किसान जो सभी का पेट भरता है, उनके लिए हम यहां आए हैं। मेरी सरकार से विनती है कि तीनों कृषि क़ानून वापिस लिए जाएं।”