विधायक नहीं सांसद दें इस्तीफा तब बनेगी किसानो की बात: अजय चौटाला
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आज 78वे दिन किसानो का आंदोलन जारी रहा। इस बीच किसान नेताओं द्वारा हरियाणा के विधायकों के इस्तीफे के आह्वान पर JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि अगर दुष्यंत के इस्तीफे से हल निकलता हो तो उनका इस्तीफा मेरी जेब में रखा है।
सिरसा में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद अजय चौटाला ने कहा कि अभय सिंह चौटाला के इस्तीफे से कुछ हल निकला है क्या, दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा मेरी जेब में है, अगर उससे हल निकलता है तो मैं अभी दे देता हूं। केंद्र का क़ानून बनाया हुआ है, केंद्र निर्णय करे या हरियाणा के 10सांसद इस्तीफा दें, जिन्होंने इसमें सहमति दी थी।
किसान मोर्चा पूरी तरह एकजुट: राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा पूरी तरह से एकजुट है। 23 फरवरी तक के कार्यक्रम निर्धारित हैं, जिन पर हम काम कर रहे हैं। आंदोलन पूरी मजबूती से चलता रहेगा, हम अपनी रणनीति बना रहे हैं। किसानों को हताश होने की जरूरत नहीं है।
सरकार के साथ बातचीत को तैयार किसान:चढूनी
इस बीच, हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि केंद्र के साथ 12 वें दौर की वार्ता के लिए यूनियन तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हम 11 बार गए। हम 12 वीं बार बातचीत के लिए जाने के लिए तैयार हैं। लेकिन सरकार को यह कहते हुए मजाक नहीं उड़ाना चाहिए कि यह सिर्फ एक फोन कॉल दूर है, जबकि हम वास्तविकता में ऐसा नहीं देख रहे हैं।”
सरकार झूठ बोलकर कर रही देश को गुमराह: राजेवाल
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि भारत सरकार झूठ बोलकर सारे देश को गुमराह कर रही है। सरकार कह रही है कि हमें बताया नहीं जा रहा कि इन क़ानूनों में काला क्या है। सरकार के साथ 11 बैठक करके 3 बार एक-एक क्लॉज पर बता चुके हैं कि इनमें काला क्या है।