कृषि कानूनों के खिलाफ किसानो के भारत बंद का आंशिक असर

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानो के भारत बंद का आंशिक असर

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ चार महीने से चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर बुलाये गए भारत बंद का कई जगह आंशिक असर दिखाई दे रहा है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के अलावा राजस्थान के कुछ इलाको में बंद का आंशिक असर दिखाई दिया। वहीँ भारत बंद के आह्वान पर ओडिशा, कर्नाटक, पंजाब सहित कई इलाको में किसानो ने रेलवे ट्रेक पर प्रदर्शन किया।

भारत बंद के आह्वान पर किसान प्रदर्शनकारियों ने गाज़ीपुर बॉर्डर जाम किया। भुवनेश्वर में ओडिशा कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया और सड़क जाम की। इतना ही नहीं भुवनेश्वर में ट्रेड यूनियन ने रेलवे ट्रैक ब्लॉक किया। वहीँ भारत बंद के आह्वान पर पंजाब में किसान प्रदर्शनकारियों ने अमृतसर-दिल्ली रेलवे ट्रैक जाम किया।

भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा हमारे आंदोलन को लगभग चार महीने पूरे होने जा रहे हैं। भारत बंद में हमें लोगों, व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर का सहयोग मिल रहा है। इससे सरकार को संदेश जाएगा। हम वार्ता के लिए 24 घंटे तैयार हैं।

भारत बंद को लेकर कल किसान नेता दर्शन पाल ने कहा था कि हम देश के लोगों से इस भारत बंद को सफल बनाने और अन्नदाता का सम्मान करने की अपील करते हैं। आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने कल भारत बंद को समर्थन दिया है। पार्टी विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (VSP) के निजीकरण के केंद्र के फैसले के खिलाफ इस दौरान प्रदर्शन करेगी।

संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, आज भारत बंद सुबह 6 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक करीब 12 घंटे का होगा। इस दौरान देशभर में सभी सड़कें, रेल परिवहन, बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थानों को बंद किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने साफ किया है कि जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, उन्हें भारत बंद से छूट दी जाएगी।

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TeamDigital