22वे दिन भी किसान आंदोलन जारी, टिकरी बॉर्डर पर धरने में शामिल एक और किसान की मौत

22वे दिन भी किसान आंदोलन जारी, टिकरी बॉर्डर पर धरने में शामिल एक और किसान की मौत

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर धरना दे रहे किसानो का आंदोलन आज 22वे दिन भी जारी है। टिकरी बॉर्डर पर धरने में शामिल एक और किसान की मौत हो गई है और किसान आंदोलन के दौरान गंवाने वाले किसानो की 12 हो गई है।

जानकारी के अनुसार, टीकरी बॉर्डर पर धरना दे रहे पंजाब के 37 वर्षीय किसान जय सिंह को  गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। जय सिंह के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

इससे पहले बुधवार को करनाल जिले के निसिंग इलाके के सिंघरा गांव के रहने वाले संत राम सिंह (65) ने सिंघू बॉर्डर के नजदीक कथित तौर पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि वह किसानों का दर्द’ सहन नहीं कर पा रहा है।

किसानो को बॉर्डर से हटाने के लिए आज सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई हो रही है। भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह ने बताया, “अभी तक हमें सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कोई नोटिस नहीं आया है।”

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमने सरकार से ये कानून नहीं मांगे थे, हम सरकार से मांगते हैं कि हमारी फसल का दाम बढ़ाओ, वो बढ़ाते नहीं हैं।”

कड़ाके की ठंड के बावजूद उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा सीमा पर किसानो की तादाद में प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। सर्दी से बचने के लिए किसान अलाब जला रहे हैं। वहीँ सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बढ़ती ठंड से बचने के लिए गैस हीटर लगाए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “लोग लकड़ी जलाकर अपना काम चला रहे हैं। किसान नेताओं ने कुछ हीटर मंगाए हैं लेकिन ये गैस से चलते हैं, इनमें खर्चा है।”

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TeamDigital