आज मुंबई के आज़ाद मैदान में किसानो की महापंचायत

आज मुंबई के आज़ाद मैदान में किसानो की महापंचायत

नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 29 नवंबर को कृषि कानून वापस लेने की प्रक्रिया शुरू किये जाने के सरकार के एलान के बीच आज संयुक्त किसान मोर्चे ने मुंबई के ऐतिहासिक आज़ाद मैदान में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। इस महापंचायत में 100 से अधिक किसान और मजदूर संगठनों के भाग लेने की बात कही जा रही है।

आज मुंबई में होने वाली किसान महापंचायत को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों और मज़दूरों के विषयों पर चर्चा होगी। दिल्ली में आंदोलन में यहां से कैसे मदद की जाएगी, ये सब विषय रहेंगे। ये बैठकें हमें पूरे देश में करनी पड़ेंगी।

इससे पहले शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चे ने बड़ा फैसला लेते हुए 29 नवंबर को होने वाले संसद तक ट्रेक्टर मार्च को स्थगित करने का एलान किया था। संयुक्त किसान मोर्चे ने कहा कि इस बारे में 4 दिसंबर को फैसला किया जायेगा।

वहीँ दूसरी तरफ सरकार की तरफ से भी लचीला रुख दिखाते हुए किसानो की एक और मांग को मान लिया गया है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने एलान किया कि किसान संगठनों ने पराली जलाने पर किसानों को दंडनीय अपराध से मुक्त किए जाने की मांग की थी। भारत सरकार ने यह मांग को भी मान लिया है।

उन्होंने कहा कि तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद मैं समझता हूं कि अब आंदोलन का कोई औचित्य नहीं बनता है, इसलिए मैं किसानों और किसान संगठनों से निवेदन करता हूं कि वे अपना आंदोलन समाप्त कर, अपने-अपने घर लौटें।

हालांकि सरकार की तरफ से तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया गया है लेकिन संयुक्त किसान मोर्चे ने एमएसपी की मांग नहीं माने जाने तक आंदोलन जारी रखने की बात कहकर सरकार के लिए नई मुश्किल पैदा कर दी है।

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TeamDigital