दिल्ली-NCR के कुछ इलाको में रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा निलंबित, किसानो ने पल्ला झाड़ा
नई दिल्ली। आज किसानो द्वारा आयोजित की गई किसान ट्रेक्टर परेड के दौरान कुछ जगह हुई हिंसा की घटनाओं के बाद दिल्ली और एनसीआर के कुछ इलाको में रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
गृह मंत्रालय के मुताबिक सिंघू, गाजीपुर, टिकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और उनके आस-पास के क्षेत्रों में आज रात 11:59 PM तक इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी।
हिंसा की घटनाओं में हमारे सहयोगी नहीं: किसान संयुक्त मोर्चा
इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान ट्रेक्टर परेड में भाग लेने वाले सभी किसानो का आभार जताया है। किसान संयुक्त मोर्चा ने कहा कि किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं। हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा करते हैं, जो आज घटित हुई हैं। ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोग हमारे सहयोगी नहीं हैं।
मोर्चे की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा रूट का उल्लंघन करने का निंदनीय कृत्य किया गया। असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा।
किसान ट्रेक्टर परेड समाप्त होने के साथ ही दिल्ली में ट्रेफिक व्यवस्था धीमे धीमे सुचारु हो रही है। दिल्ली ट्रेफिक पुलिस के मुताबिक वजीराबाद रोड, ISBT रोड, GT रोड, पुश्ता रोड, विकास मार्ग, NH-24, रोड नंबर-57, नोएडा लिंक रोड पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा है। वहीँ विकास मार्ग से यमुना विहार अब ट्रैफिक मूवमेंट के लिए खुला है।
किसान ट्रेक्टर परेड को देखते हुए जो मेट्रो स्टेशन दिन में बंद कर दिए गए थे, वे भी अब खोल दिए गए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक मानसरोवर पार्क और झिलमिल मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार अब खुले हैं।
अशांति फैलाने वालो की पहचान कर ली गई है : टिकैत
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि उन्हें हिंसा की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम उन लोगों को जानते हैं जो अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी पहचान की जा चुकी है। ये राजनीतिक दलों के लोग हैं जो आंदोलन को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। राजनीतिक पार्टियां आंदोलन खराब करना चाहती हैं। हम लोग रिंग रोड पर नहीं जाएंगे। हम शांति से मार्च निकाल रहे हैं। किसान तय रूट पर ही रैलियां निकालेंगे।’
क्या हुआ था आज:
आज प्रातः दस बजे से दिल्ली के सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाज़ीपुर से किसान ट्रेक्टर परेड शुरू हुई। शुरुआत में परेड शांतिपूर्ण ढंग से चली लेकिन किसानो कई जत्थे रूट भूल कर दिल्ली में प्रवेश कर गए। इस दौरान किसानो ने कई जगह पुलिस द्वारा लगाई गई बेरिकेटिंग को उखाड़ दिया।
दिल्ली के आईटीओ और दिलशाद गार्डन इलाके में पुलिस और किसानो के बीच तीखी झड़पें हुईं। किसानो को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने कुछ किसानो को भी हिरासत में लिया है।
वहीँ इसके बाद किसानो का एक काफिला लाल किले की तरफ बढ़ गया। जैसे ही यह काफिला लाल किला पहुंचा। कुछ किसान युवक लाल किले में घुस गए और उन्होंने वहां किसान संगठन का ध्वज फहराया।
इतना ही नहीं किसानो की तादाद के आगे पुलिस कम पड़ती दिखाई दी। किसानो को रोकने की पुलिस की तमाम कोशिशें विफल रहीं। किसी तरह पुलिस ने लालकिले में घुसे युवको को बाहर खदेड़ा।
इसके अलावा भी कई अन्य इलाको में पुलिस और किसानो के बीच तीखी झड़पों की खबर है। संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर के पास भी किसानो और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ और पुलिस ने लाठी चार्ज किया।
खबर लिखे जाने तक पंजाब,हरियाणा, दिल्ली या उत्तर प्रदेश में किसानो के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज होने की कोई खबर नहीं है। इस मामले में अभी विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा की जा रही है।
गोली लगने से एक किसान की मौत:
किसानो का आरोप है कि बीजेपी मुख्यालय के करीब पुलिस द्वारा चलाई गई गोली से एक किसान की मौत हो गई है। एक प्रदर्शनकारी किसान ने बताया कि पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े उसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया और फायरिंग की। ट्रेक्टर चला रहे एक किसान को पुलिस की गोली लगी। जिसके कारण उस किसान के ट्रेक्टर कसंतुलन बिगड़ा और ट्रेक्टर पलट गया। प्रदर्शनकारी के मुताबिक मौके पर ही किसान की मौत हो गई। मृतक किसान का नाम नवनीत सिंह बताया जा रहा है।
हालांकि पुलिस के मुताबिक किसान की मौत ट्रेक्टर पलटने से हुई। पुलिस का दावा है कि दिनभर में कहीं भी एक गोली पुलिस की तरफ से नहीं चलाई गई है।