किसान अध्यादेश के खिलाफ 25 को भारत बंद का एलान
नई दिल्ली। सरकार द्वारा लाये गए तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ एकजुट हुए किसान संगठनों ने 25 जून को देशव्यापी बंद का एलान किया है। भारत बंद का एलान करने वालो में भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति शामिल हैं।
माना जा रहा है कि किसान संगठनों द्वारा बुलाये गए भारत बंद का भारत के कई राज्यों में असर देखने को मिल सकता है। इनमे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि में बंद का व्यापक असर हो सकता है।
अखिल भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि देशभर के किसान 25 सितंबर को कृषि सुधार विधेयक 2020 के विरोध में धरना प्रदर्शन और चक्का जाम करेंगे। यूपी के किसान अपने-अपने गांव, कस्बे और हाईवे का चक्का जाम करने का काम करेंगे।
वहीँ दूसरी तरफ इस मुद्दे पर विपक्ष पहले ही सरकार को घेर रहा है। कांग्रेस ने कृषि अध्यादेशों के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन आयोजित करने का एलान कर दिया है। वहीँ पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने कृषि अध्यादेशों के खिलाफ नॉन स्टॉप प्रदर्शन का एलान किया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बताया कि “अगले 4 दिनों मे राज्यपाल महोदयों को हमारे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, विपक्ष के नेता, सभी मुख्यमंत्री, प्रमुख कांग्रेस नेताओं के साथ कांग्रेस कार्यालयों या गांधी जी की मूर्ति से राजभवनों तक एक प्रोटेस्ट मार्च करेंगे और मांग रखेंगे कि ये 3 काले कानून वापस लिए जाएं।”
सुरजेवाला ने बताया कि “2 अक्टूबर को पूरे हिन्दुस्तान की हर विधानसभा में, हर जिले में, कांग्रेस पार्टी के जिला प्रधान, ब्लॉक प्रधान, मंत्रीगठ, सांसद, विधायक, हमारे उम्मीदवार और कांग्रेस कार्यकर्ता धरणा प्रदर्शन करेंगे और इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ ज्ञापन देंगे।”
उन्होंने कहा कि “10 अक्टूबर को हर राज्य में बड़े किसान सम्मेलन बुलाए जाएंगे और 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच कांग्रेस के साथी हर गांव जाएंगे और इन काले कानूनों के खिलाफ 2 करोड़ हस्ताक्षर किसानों और गरीबों के लेकर आएंगे,जो 14 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष और राष्ट्रपति जी को सौंपेंगे।”