आज 9वे दौर की वार्ता से पहले किसानो ने सरकार को फिर किया आगाह

आज 9वे दौर की वार्ता से पहले किसानो ने सरकार को फिर किया आगाह

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानो और सरकार के बीच आज 9वे दौर की बातचीत होनी है। बातचीत के लिए किसान नेता विज्ञानं भवन पहुंच चुके हैं।

बातचीत शुरू होने से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कानून संसद लेकर आई है और ये वहीं खत्म होंगे। कानून वापस लेने पड़ेंगे और MSP पर कानून लाना पड़ेगा।

वहीँ कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने कहा कि भारत सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है और उच्चतम न्यायालय की बनाई समिति जब सरकार को बुलाएगी तो हम अपना पक्ष समिति के सामने रखेंगे। आज वार्ता की तारीख़ तय थी इसलिए किसानों के साथ हमारी वार्ता जारी है।

कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसान यूनियन के नेता सुप्रीम कोर्ट से भी बड़े हो रहे हैं। मंत्री जी ने लगातार 8 दौर की वार्ता की, गृहमंत्री जी लगातार उनके संपर्क में हैं, प्रधानमंत्री जी ने भी आश्वासन दिया है, कोर्ट ने कानूनों पर रोक लगा दी है। यह उनकी जिद है वे इसे छोड़ें।

26 जनवरी को किसानो के परेड में शामिल होने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के बयान पर अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि इसके बारे में मैं कुछ कह नहीं सकता यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। हमारा तरीका क्या होगा, कहां तक जाएँगे, इसका रूट क्या होगा यह हम 18 जनवरी को विस्तार से चर्चा करके तय करेंगे।

जहाँ एक तरफ सरकार और किसानो के बीच आज 9वे दौर की बातचीत हो रही है वहीँ दूसरी तरफ दिल्ली की सीमाओं पर आज 51वे दिन भी किसान आंदोलन जारी है। टिकरी बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “सरकार के साथ हमारी पहले भी 8 बार बैठक हो चुकी है, जिसमें कोई हल नहीं निकला। किसानों को उम्मीद नहीं है कि इस बार भी बैठक में कुछ निकलेगा।”

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital