संसदीय समिति के सामने पेश हुए फेसबुक इंडिया के प्रमुख
नई दिल्ली। फेसबुक को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में हुए खुलासे के बाद बुधवार को फेसबुक इंडिया के प्रमुख अजीत मोहन संसद की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) समिति के समक्ष पेश हुए। इस बैठक में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद थे।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली स्टेंडिंग कमेटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग रोकने के मुद्दे पर सुनवाई के लिए फेसबुक के प्रतिनिधियों को संसदीय समिति के समक्ष पेश होने के लिए तलब किया था।
संसदीय समिति के सदस्यों ने फेसबुक इंडिया के प्रतिनिधियों से क्या सवाल पूछे और इन सवालो के क्या जबाव दिए गए, इस बारे में अभी संसदीय समिति की तरफ से अभी यह जानकारी नहीं दी गई है।
थरूर ने इस सुनवाई को लेकर ट्वीट किया कि “हमने साढ़े तीन घंटे की बैठक की है और सर्वसम्मति से तय किया गया कि इस चर्चा को अभी आगे बढ़ाया जाएगा।
गौरतलब है कि अमेरिकी अख़बार वॉलस्ट्रीट जनरल और टाइम मैगज़ीन ने फेसबुक इंडिया को लेकर बड़े खुलासे किये हैं। ताज़ा खुलासे में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी फेसबुक इंडिया की पॉलिसी हैड अंखी दास की भूमिका को लेकर भी लिखा है।
पहली रिपोर्ट में वॉलस्ट्रीट जनरल ने फेसबुक इंडिया द्वारा हेट कंटेंट को न हटाए जाने को लेकर बड़ा खुलासा किया था। वहीँ रिपोर्ट में अख़बार ने खुलासा किया है कि अंखी दास ने 2011 में फेसबुक ज्वाइन किया। राजनीति में फेसबुक की बढ़ती लोकप्रियता के बीच 2012 में गुजरात में बीजेपी के लिए भी फेसबुक के जरिए जनता के बीच पहुंचने का काम किया गया। गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली जीत के बाद अंखी दास ने लिखा था, ”हमारे गुजरात कैंपेन की सफलता।”
फेसबुक इंडिया की पॉलिसी हैड अंखी दास ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर लिखा था, ”आखिरकार, तीस साल के जमीनी काम से भारत को स्टेट सोशलिज्म से मुक्ति मिल गई।” इस पोस्ट में जीत के लिए नरेंद्र मोदी को स्ट्रॉन्गमैन भी बताया गया।
इतना ही नहीं अख़बार ने कई पोस्टो का ज़िक्र भी किया है, जिनमे फेसबुक इंडिया की पॉलिसी हैड अंखी दास अपनी वॉल पर फेसबुक के समर्थन की बात कह रही हैं।