शिवसेना ने सरकार को दिखाया आईना, राउत बोले ‘हिन्दू मुस्लिम को फिर से बांटने की कोशिश नहीं होनी चाहिए’
नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) विधेयक बिल अब से थोड़ी देर में राज्य सभा में पेश किया जाएगा लेकिन इससे पहले शिवसेना ने केंद्र सरकार की धड़कने बढ़ा दी हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हमारा निर्णय लोकसभा से अलग भी हो सकता है। गौरतलब है कि लोकसभा में शिवसेना के सदस्यों ने नागरिकता(संशोधन) बिल के पक्ष में मतदान किया था।
अब शिवसेना सांसद संजय राउत ने यह कहकर सनसनी पैदा कर दी है कि राज्य सभा में पहले उनकी पार्टी इस बिल से जुड़े अपने सवालो के जबाव जानना चाहेगी। यदि सरकार की तरफ से संतोषजनक जबाव नहीं मिलता है और इस बिल को लेकर उनकी शंकाओं का समाधान नहीं होता तो पार्टी का निर्णय लोकसभा से अलग हो सकता है।
संजय राउत ने यह भी कहा कि वोट बैंक की राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर कहा कि हिन्दू मुसलमानो को बांटने के प्रयास नहीं होने चाहिए। इस बिल में श्रीलंका के तमिल हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं है।
इससे पहले कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी कहा था कि राज्यसभा में इस बिल का समर्थन देने करने से पहले सभी पहलुओं को समझा जाएगा। मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने कहा कि सारी चीजें साफ होने तक इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि यदि देश के किसी नागरिक को इस विधेयक से डर लग रहा है तो उसकी शंका को दूर किया जाना चाहिए। वे सभी हमारे नागरिक हैं और उन्हें अपने सवालों का जवाब मिलना चाहिए।
उद्धव ठाकरे यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि अगर कोई इस बिल से असहमत है तो उसे देशद्रोही कहना उनका भ्रम है। हमने राज्यसभा में पेश होने से पहले इस बिल में सुधार की मांग की है। ये एक भ्रम है कि सिर्फ भाजपा ही देश की चिंता करती है।