डीके शिवकुमार की दो टूंक: होटल से बीजेपी कार्यकर्ताओं को हटाये पुलिस, नहीं तो हम हटाएंगे
बेंगलुरु। मध्य प्रदेश की सियासी उठापटक की धमक बेंगलुरु तक सुनाई दे रही है। कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने बेंगलुरु पहुंचे वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को हिरासत में लिए जाने के बाद मामला और गरमा गया है।
वहीँ दूसरी तरफ कमलनाथ सरकार के बहुमत परीक्षण को लेकर बीजेपी नेताओं द्वारा सुप्रीमकोर्ट में दायर याचिका पर आज सुनवाई चल रही है। मध्य प्रदेश की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा ये सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।
बेंगलुरु में जिस होटल में कांग्रेस के बागी विधायक ठहरे हैं, उस होटल के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं जमावड़े को लेकर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि ‘भाजपा कार्यकर्ता होते कौन हैं उन्हें सुरक्षा देने वाले। हमने डीजी को कहा है कि भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया जाए। अगर उन्हें वहां से नहीं हटाया तो हम खुद जाकर हटाएंगे। पहले हम उन्हें पत्र लिखेंगे उसके बाद कोई कदम उठाएंगे।’
दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह तथा अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिए जाने के सवाल पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘हर राज्यसभा उम्मीदवार की कोशिश रहती है कि वो सब विधायकों से उसे वोट देने का निवेदन करे। दिग्विजय सिंह भी गए थे पर उन्हें कहा गया कि आप उनकी सुरक्षा के लिए खतरा हैं। एक व्यक्ति और 500 कर्नाटक पुलिसकर्मी, दिग्विजय सिंह एक राष्ट्रीय खतरा बन गए?’
दिग्विजय सिंह को विधायकों से न मिलने देने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘ये घोर अन्याय है। आज बीजेपी में दम नहीं है कि वो दिग्विजय सिंह के साथ विधायकों की मुलाकात करवाए क्योंकि उन्हें ये डर है कि विधायक चले जाएंगे, हमारी(बीजेपी की) जो साजिश है वो नाकाम हो जाएगी।’
दूसरी तरफ कांग्रेस के विधायक भोपाल में राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने पहुंचे हैं। राज्यपाल से मुलाकात के बाद बेंगलुरू में हुई दिग्विजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता गांधी मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मध्य प्रदेश के राज्यपाल से मांग है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप कर उनके मंत्री और 16 विधायकों को वहां से छुड़वाएं।