डीएसपी देविंदर प्रकरण की NIA जांच, दिग्विजय ने NIA प्रमुख की भूमिका पर खड़े किये सवाल
नई दिल्ली जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह के आतंकवादियों के साथ पकडे जाने के बाद सरकार ने इस मामले की एनआईए से कराने का एलान किया है।
इस मामले में शुक्रवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाये हैं। गिरफ्तार डीएसपी देविंदर के आतंकी कनेक्शन की जांच एनआईए से कराये जाने के फैसले पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘आतंकी डीएसपी दविंदर को खामोश करने का सबसे अच्छा तरीका है कि मामले को एनआईए के हवाले कर दिया जाए।’
उन्होंने दावा किया, ‘एनआईए का नेतृत्व एक और मोदी-वाईके कर रहे हैं जिन्होंने गुजरात दंगों और हरेन पंड्या की हत्या की जांच की थी। वाईके की देखरेख में यह मामला खत्म होने की तरह है।’
वहीँ अब इस मामले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय ने सवाल उठाये हैं। दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार द्वारा देविंदर प्रकरण की एनआईए जांच कराये जाने के एलान पर कहा कि ‘जम्मू कश्मीर के डीसीपी देविंदर सिंह मामले की जांच उस एनआईए से कराई जायेगी जो कि गुजरात के रहने वाले वाई सी मोदी (योगेश चंद्र मोदी) के अधीन है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि वाई सी मोदी (योगेश चंद्र मोदी) ने 2002 दंगो के मामलो में पीएम नरेंद्र मोदी और सोहराबुद्दीन फेक एनकाउंटर मामले में अमित शाह के लिए क्लीनचिट सुनिश्चित कोई थी। अब देविंदर सिंह मामले में क्लीन चिट देने के लिए भी वाई सी मोदी पर ही भरोसा जताया गया है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के विवादित पुलिस अधिकारी देविंदर सिंह को कश्मीर से उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह दो आतंकियों के साथ कार में सवार था। देविंदर सिंह की पृष्ठभूमि पहले भी संदिग्ध रही है। सरकार ने देविंदर सिंह के आतंकी कनेक्शन की जांच एनआईए से कराने का फैसला किया है।
दिग्विजय सिंह का सवाल एनआईए का नेतृत्व करने वाले वाई सी मोदी को लेकर है। वाई सी मोदी मूलतः गुजरात के रहने वाले हैं और उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का बेहद करीबी बताया जाता है। वर्ष 2002 के गुजरात दंगो में पीएम मोदी की भूमिका की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी टीम क हिस्सा थे। इतना ही नहीं योगेश चंद्र मोदी ने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर, हरेन पांड्या मर्डर केस में जांच दल का नेतृत्व किया था।
योगेश चंद्र मोदी (Y.C. Modi) को मोदी सरकार-1 के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2017 में नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) का डायरेक्टर जनरल न्युक्त किया गया था।