दिग्विजय सिंह को सौंपी गई बागी विधायकों को वापस लाने की कमान

दिग्विजय सिंह को सौंपी गई बागी विधायकों को वापस लाने की कमान

नई दिल्ली। बेंगलुरु में डेरा डाले कांग्रेस के 19 विधायकों से मिलने पहुंचे कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ कर्नाटक पुलिस द्वारा बदसलूकी और हिरासत में लिए जाने के मामले को कांग्रेस ने बेहद गंभीरता से लिया है।

पार्टी ने इस मामले में कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए बीजेपी पर विधायकों को पुलिस निगरानी में बंधक बनाकर रखे जाने का आरोप लगाया है। बेंगलुरु में जीतू पटवारी के साथ पुलिस बदसलूकी के बाद भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘कांग्रेस के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक पुलिस के द्वारा बंधक बनाया हुआ है। हमारे मंत्रियों जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ बदतमीजी की जा रही है।’

इससे पहले आज राज्यसभा के लिए आज अपना नामांकन भरने के बाद दिग्विजय सिंह ने बागी विधायकों को लेकर कहा कि ’19 कांग्रेस के विधायक भाजपा के कब्जे में है। फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता क्योंकि 19 विधायकों द्वारा प्रस्तुत इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए हैं। उन्हें शारीरिक रूप से अध्यक्ष के सामने आना चाहिए।’

वहीँ अब कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि बागी विधायकों को वापस लाने की ज़िम्मेदारी वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को दे दी गई है। सूत्रों ने कहा कि 16 मार्च को मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू होना है।

माना जा रहा है कि इसी दौरान भाजपा अविश्वास प्रस्ताव या कांग्रेस विश्वास प्रस्ताव पेश करेगी। इस प्रस्ताव पर वोटिंग के जरिए कमलनाथ सरकार के भविष्य का फैसला होगा। इसलिए विधायकों की तादाद को लेकर कांग्रेस को अपना होमवर्क 15 मार्च तक पूरा करना होगा।

सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जहाँ बीजेपी के कुछ विधायकों से उम्मीद लगाए बैठे हैं वहीँ सिंधिया समर्थक बागी विधायकों को पार्टी में वापस लाने का जिम्मा दिग्विजय सिंह को सौंपा गया है। माना जा रहा है बीजेपी के कम से कम दो विधायक विश्वास मत के दौरान कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोट करेंगे, इनमे बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी का नाम पहले तय है।

सूत्रों ने दावा किया कि नारायण त्रिपाठी के अलावा कम से कम 6 अन्य बीजेपी विधायक मुख्यमंत्री कमलनाथ के सम्पर्क में हैं। इस सवाल पर कि क्या ये सभी 6 विधायक विश्वास मत के दौरान कमलनाथ सरकार के पक्ष में मतदान कर सकते हैं ? इस सवाल के जबाव में सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस की तरह बीजेपी में भी बागी विधायकों की तादाद बढ़ सकती है।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अगले दो दिनों में अपनी तय रणनीति को अंजाम देंगे। पार्टी के अंदर इस बात की चर्चा जोरो पर है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से उपजी बगावत की रार को दिग्विजय सिंह ठंडा कर देंगे।

हालाँकि आधिकारिक तौर पर पार्टी के किसी नेता ने अभी कोई बड़ा बयान नहीं दिया है। हालाँकि स्वयं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह दावा अवश्य किया है कि उनकी सरकार के पास बहुमत है और सरकार को कोई खतरा नहीं है।

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TeamDigital