निज़ामुद्दीन मर्कज़ मामले में पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, अपराध शाखा करेगी जांच
नई दिल्ली। निज़ामुद्दीन के तबलीगी जमात मर्कज़ मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। यह एफआईआर निजामुद्दीन मर्कज़ के प्रमुख मौलाना साद तथा अन्य लोगों के खिलाफ लिखी गई है। इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल और सोमवार रात दिल्ली के हैल्थ मिनिस्टर सतेन्द्र जैन ने एलजी को एक खत लिखा था। खत में मरकज़ की इंतज़ामियां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की सिफारिश की थी।
वहीँ निज़ामुद्दीन मर्कज़ के वकील फैज़ुल अय्यूबी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि मरकज़ की ओर से एसडीएम को कर्फ्यू पास के लिए लैटर लिखा गया था, जिसमे लोगों को वापस भेजने के लिए 17 गाड़ियों के लिए पास की मांग की गई थी।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के चलते और उसके बाद लॉकडाउन के चलते कहीं भी निकलना मुश्किल हो गया था ट्रेन तक बंद हो चुकी थीं, तो दूर रहने वालों को भेजना मुश्किल था। 26 मार्च को हमें एसडीएम दफ्तर बुलाया गया और डीएम से भी बात कराई गई थी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्र के नाम सन्देश में भी कहा था कि 14 अप्रेल तक लॉकडाउन के दौरान जो जहाँ है, वह वहीँ रहे और किसी को बाहर निकलने की ज़रूरत नहीं है।
अय्यूबी ने कहा कि जब देश में ट्रेन, बसें, यहाँ तक कि राज्यों की सीमाएं भी सील कर दी गई हों तो वाहनों के पास के बिना किस तरह लोगों को भेजा जाता ? उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से कोई जानकारी प्रशासन या पुलिस से छिपाई नहीं गई। दिल्ली पुलिस और दिल्ली प्रशासन को पूरे कार्यक्रम की जानकारी थी साथ ही यह भी जानकारी थी कि मर्कज़ में कितने लोग रुके हुए हैं।
वहीँ ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी सवाल उठाते हुए कहा है कि ‘उन्होंने खुद 23 मार्च रात 12 बजे दिल्ली डीसीपी (साउथ ईस्ट) और एसीपी (निज़ामुद्दीन) को फोन कर जानकारी दी थी कि निज़ामुद्दीन मर्कज़ में 1000 के आस पास लोग फसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतज़ाम क्यों नही किया।
#WATCH Delhi Police release a video of its warning to senior members of Markaz, Nizamuddin to vacate Markaz & follow lockdown guidelines, on 23rd March 2020. #COVID19 pic.twitter.com/2evZR6OcmB
— ANI (@ANI) March 31, 2020
वहीँ दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि निज़ामुद्दीन मर्कज़ से जुड़े लोगों को मर्कज़ खाली करने और लॉक डाउन का पालन करने की चेतावनी दी गई थी।