ट्रेक्टर परेड: दिल्ली पुलिस की एफआईआर में राकेश टिकैत सहित कई किसान नेताओं के नाम

ट्रेक्टर परेड: दिल्ली पुलिस की एफआईआर में राकेश टिकैत सहित कई किसान नेताओं के नाम

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कल की हिंसा को लेकर IPC की धारा 395 (डकैती), 397 (लूट या डकैती, मारने या चोट पहुंचाने की कोशिश), 120 बी (आपराधिक साजिश की सजा) और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। इसकी जांच क्राइम ब्रांच द्वारा की जाएगी। इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस ने कल शहर में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में भी लिया है।

पुलिस के मुताबिक दिल्ली पुलिस की एफआईआर में (किसान ट्रैक्टर रैली के संबंध में एनओसी के उल्लंघन के लिए) किसान नेता दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रा के नाम है। FIR में BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का भी नाम शामिल है।

जानकारी के मुताबिक एफआइआर में उन सभी 40 किसान नेताओं के नाम शामिल हैं जो कृषि कानूनों पर सरकार के साथ वार्ता में शामिल रहते थे।

इससे पहले आज दिल्ली पुलिस कमिश्नर कल किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने और कार्रवाही किये जाने को लेकर चर्चा हुई।

किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश: किसान नेता

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था? एक कौम को बदनाम करने की साज़िश पिछले 2 महीने से चल रही है। कुछ लोग को चिंहित किया गया है उन्हें आज ही यहां से जाना होगा। जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा उसे स्थान छोड़ना पड़ेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी। हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए मगर आखिर में साजिश कामयाब हो गई। लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता। इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है।

किसान मज़दूर संघर्ष समिति के जनरल सचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमारा कार्यक्रम दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर था वहां पर जाकर हम लोग वापस आ गए। हमारा न तो लाल किले का कार्यक्रम था, न ही झंडा फहराने का था। जिन लोगों ने ये काम किया हम उनकी निंदा करते हैं। जिसने भी ये काम किया वो दोषी है।

उन्होंने कहा कि दीप सिद्धू की फोटो PM के साथ भी आ रही है। हमें इन पर शक है। अब दीप सिद्धू जी किधर से लाल किले के पास गए और कहां से वापस आए। जिन लोगों ने ऐसा किया उन्हें चिंहित किया जाएगा। ये सब किसान मज़दूर को बदनाम करने के लिए किया गया है।

कांग्रेस नेता ने पंधेर, पन्नू और दीप सिंधु को बताया ज़िम्मेदार:

कांग्रेस नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कोई पंधेर, पन्नू और दीप सिंधु हैं ये तीन लोग जिन्हें अभी तक पंजाब वालों ने चिन्हित किया है जिन्होंने ये सारा कारनामा किया है। इनको बहुत बड़ी फंडिंग हुई है कि किसानों के आंदोलन को कैसे तबाह करना है। सरकार को ऐसे लोगों को कालकोठरियों में डाल देना चाहिए।

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TeamDigital