इन मुद्दों को लेकर माइनोरिटी कमीशन ने दिल्ली पुलिस को भेजा नोटिस
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नई दिल्ली। दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग (माइनॉरिटी कमीशन) ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में आयोग ने लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा मुसलमानो को लेकर की जा रही कार्रवाही को लेकर सवाल उठाये हैं।
आयोग ने अपने नोटिस में दिल्ली पुलिस से चार सवालों का जवाब मांगा है। इनमे लॉकडाउन के दौरान काफी तादाद में मुस्लिम नौजवानों को पुलिस हिरासत में लेने, मस्जिदों में अजान देने से रोकने, लॉकडाउन के दौरान मीट की दुकानों को बंद कराने और लॉकडाउन के दौरान दिल्ली के अलीपुर में एक मस्जिद पर हुए हमले का मामला शामिल है।
अल्पसंख्यक आयोग ने दिल्ली पुलिस से पूछा है कि नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुए दंगों के मामले में पुलिस लॉकडाउन के दौरान मुस्लिम युवको को गिरफ्तार क्यों कर रही है।
आयोग ने मस्जिदों में अज़ान देने से रोकने को लेकर दिल्ली पुलिस से पूछा है कि लॉकडाउन के दौरान मस्जिद से अजान देने पर कोई रोक नहीं है, बल्कि सिर्फ जमा हो कर नमाज पढ़ने पर रोक है। इसके बावजूद दिल्ली पुलिस किस हक से मस्जिदों में दी जाने वाली अज़ान को रोक रही है।
इतना ही नहीं अल्पसंख्यक आयोग ने अपने नोटिस में दिल्ली पुलिस से यह भी पूछा है कि लॉकडाउन के दौरान नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली के अलीपुर में एक मस्जिद में हमला किया गया और उसे तोड़ दिया गया, तो कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस भरोसा कैसे किया जाए? आयोग ने लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा मीट की दुकाने बंद कराने को लेकर भी सवाल पूछा है।
लॉकडाउन में मुस्लिम युवको की गिरफ्तारी पर सवाल:
दिल्ली राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने राज्य के पुलिस कमिश्नर से कई सवाल भी पूछे हैं। इससे पहले अल्पसंख्यक आयोग ने दिल्ली पुलिस को 3 अप्रैल को एक नोटिस जारी किया था।
इस नोटिस में आयोग ने दिल्ली पुलिस से कहा था कि पूर्वोत्तर के जिले से ईमेल, व्हाट्सएप और फोन कॉल के माध्यम से रिपोर्ट मिल रही है कि पुलिस हर दिन दर्जनों युवा मुस्लिम लड़कों को गिरफ्तार कर रही है।
नोटिस में आयोग ने कहा है कि पहले भी आयोग ने डीसीपी नॉर्थ ईस्ट को इस बारे में बताया था। पूर्वोत्तर जिले के युवा मुस्लिम लड़कों को बेतरतीब ढंग से गिरफ्तार करने की यह प्रवृत्ति स्वीकार्य नहीं है।