हाईकोर्ट की मोदी सरकार को कड़ी फटकार, ‘लोग मर रहे हैं और आपको ये मजाक लग रहा है’
नई दिल्ली। दिल्ली में ऑक्सीजन संकट को लेकर आज दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि दिल्ली में लोग मर रहे हैं और आपको लगता है कि ये सब मज़ाक है।
कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए यहां तक कहा कि ‘आप आंख मूंद सकते हैं, लेकिन हम नहीं। ये बहुत असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप संवेदनशीलता दिखाने की जगह इसे हल्के में ले रहे हैं।
दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि केंद्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले जारी निर्देशों के अनुसार, ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति दिल्ली तक पहुंचे। इतना ही नहीं कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि अगर महाराष्ट्र में अभी ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है तो उसे दिल्ली में उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की स्थिति में सुधार है।
हाई कोर्ट ने एक सुझाव स्वीकार करते हुए कहा कि अगर महाराष्ट्र में ऑक्सीजन और टैंकरों की जरूरत कम हो गई है, तो उन्हें दिल्ली भेजा जा सकता है। यह एक स्थायी व्यवस्था है, जो कहीं भी इस्तेमाल की जा सकती है।
ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट की जस्टिस विपिन सांघी और रेखा पल्ली की पीठ ने केंद्र पर जमकर तंज कसा। पीठ ने कहा कि केंद्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले जारी निर्देशों के अनुसार, ऑक्सीजन दिल्ली तक पहुंचे. पीठ ने कहा कि इससे कोर्ट की अवमानना होगी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पूरे नहीं होंगे।
दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए, अधिवक्ता राहुल मेहरा ने बताया कि हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन को राष्ट्रीय राजधानी तक पहुंचाने का निर्देश दिया था लेकिन, अब तक केवल 433 मीट्रिक टन ही पहुंचा है। उन्होंने कहा कि राजधानी में रोजाना कई लोगों की मौत हो रही है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र को सुझाव दिया कि अगर आप से ऑक्सीजन आपूर्ति का सही प्रबंधन नहीं हो रहा है तो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) के विशेषज्ञों से परामर्श में मदद ले सकते है। पीठ ने कहा कि केंद्र के पास जो भी बेड़ा है, उसे अधिकतम क्षमता पर इस्तेमाल करें।