केजरीवाल बोले ‘निजामुद्दीन मर्कज़ के प्रमुख के खिलाफ मामला दर्ज करे पुलिस’
नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए करीब 200 लोगों को कोरोना का संदिग्ध मानते हुए उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में कोरोना टेस्ट के लिए भर्ती किया गया है।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि निजामुद्दीन मर्कज़ के ज़िम्मेदार प्रमुख मौलाना के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करे।
दिल्ली सरकार का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि निजामुद्दीन मरकज के प्रशासकों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए लागू लॉकडाउन की शर्तों का उल्लंघन किया है और यहां कोरोना पॉजिटिव के कई मामले सामने आए हैं।
गौरतलब है कि मामला उस समय प्रकाश में आया जब निजामुद्दीन मर्कज़ में रुके तमिलनाडु के एक 64 वर्षीय शख्स की रविवार को मौत हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस को जानकारी मिली कि अस्पताल में कोरोना टेस्ट के लिए भर्ती कराये गए लोगों में विभिन्न देशो से आये करींब 100 अनुयायी भी शामिल हैं।
एएनआई न्यूज़ के मुताबिक ‘मर्कज़ में एक धार्मिक सभा में 300-400 लोग शामिल हुए थे और कोरोना से संक्रमित होने की संभावना वाले निज़ामुद्दीन के 163 लोगों को दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।’
लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ‘कुल 174 ऐसे लोग जिनकी #COVID19 से ग्रस्त होने की संभावना है उनको लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जिसमें 163 मरीज निजामुद्दीन से हैं। कल 85 नए मामले सामने आए जबकि 34 को आज भर्ती कराया गया। हमने उनके लिए सभी व्यवस्थाएं की।’
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने तबलीकी जमात के निजामुद्दीन स्थति मर्कज़ को पूरी तरह खाली करा दिया है। इतना ही नहीं इलाके में बनी मस्जिदों में लोगों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में आयोजकों को नोटिस जारी किया है। साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने इसकी जानकारी दी. पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस मामले की जांच की जा रही है। जरूरत पड़ने पर पुलिस इनके खिलाफ एक्शन लेगी और एफआईआर दर्ज कर सकती है।