सभी के लिए मुफ्त क्यों नहीं कोरोना वैक्सीन, कई राज्यों ने उठाये सवाल
नई दिल्ली। देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत देश के 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त कोरोना वैक्सीन दी जायेगी। सिर्फ तीन करोड़ लोगों को ही मुफ्त वैक्सीन दिए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल उठाये हैं।
भूपेश बघेल ने कहा, “इस देश में 135 करोड़ लोग निवास करते हैं, केंद्र सरकार ने कहा है कि 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन फ्री में देंगे तो 132 करोड़ लोगों का क्या होगा। इसके बारे में भारत सरकार को बताना चाहिए। अभी वैक्सीन आम जनता के लिए नहीं बल्कि फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए है।”
वहीँ मुफ्त वैक्सीन के सवाल पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने भी सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले कहा था कि सभी राज्यों को हम वैक्सीन मुफ्त में देंगे और बाद में कहा कि केवल हेल्थ केयर वर्कर्स को ही फ्री में देंगे। हम पहले अपने हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लगाएंगे। हमारे पास वैक्सीन के 2,04,000 डोज आ चुके हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि मैंने केंद्र सरकार से अपील की थी कि पूरे देश में सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन दी जाए। हम देखते हैं कि वो इस पर क्या फैसला लेते हैं। अगर केंद्र सरकार मुफ्त में नहीं करती है तो जरूरत पड़ने पर हम लोग दिल्ली के लिए ये वैक्सीन मुफ्त में उपलब्ध करवाएंगे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने वैक्सीन को लेकर की गई तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि 16 तारीख से दिल्ली में वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स को लगेगा। मैं अपील करता हूं कि इसके बारे में भ्रांतियां न फैलाएं। केंद्र सरकार और वैज्ञानिकों ने सभी प्रोटोकॉल फॉलो कर ये दवाई लाई है इसलिए इस पर कोई शंका नहीं होनी चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने केंद्र सरकार से अपील की थी कि हमारा देश बहुत गरीब है और ये महामारी 100 साल में पहली बार आई है। बहुत सारे लोग हैं जो हो सकता है कि इसका खर्च न उठा पाएं। हम देखते हैं कि केंद्र सरकार क्या करती है। अगर केंद्र सरकार मुफ्त वैक्सीन नहीं देती है तो जरूरत पड़ने पर हम दिल्ली के लोगों के लिए इसको मुफ्त में उपलब्ध कराएंगे।’