जामिया स्टूडेंट सफूरा जरगर को बदनाम करने वालो की खैर नहीं, महिला आयोग ने लिया संज्ञान

जामिया स्टूडेंट सफूरा जरगर को बदनाम करने वालो की खैर नहीं, महिला आयोग ने लिया संज्ञान

नई दिल्ली। नागरिकता कानून विरोधी आंदोलन में सक्रिय रहने वाली जामिया स्टूडेंट सफूरा जरगर की गिरफ्तारी के बाद उन्हें बदनाम करने की कोशिशों के तहत सोशल मीडिया पर तमाम फ़र्ज़ी पोस्टें देखीं गईं।

सोशल मीडिया पर सफूरा ज़रगर के चरित्र को लेकर तमाम तरह के मनगढ़ंत पोस्ट शेयर किये गए थे। यहाँ तक कि सफूरा ज़रगर की शादी और प्रिग्नेंसी को लेकर भी तमाम तरह की अफवाहें उड़ाई गईं।

इस मामले में अब दिल्ली प्रदेश महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने कहा, ‘शिकायत मिलने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ को गर्भवती सफूरा जरगर को शर्मनाक तरीके से अपमानति करने को लेकर नोटिस जारी किया है।’

दिल्ली प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि अदालत में इस बात का निर्णय होगा कि सफूरा दोषी हैं या नहीं लेकिन किसी को भी उनके चरित्र हनन करने का अधिकार नहीं है।

गौरतलब है कि सफूरा ज़रगर को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं और गर्भवती हैं।

जामिया समन्वय समिति की मीडिया संयोजक सफूरा को फरवरी में उत्तर पूर्व दिल्ली के जाफराबाद इलाके में प्रदर्शन को लेकर पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था और बाद में, दिल्ली में हुई सांप्रदायि​क हिंसा के संबंध में उसके खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि :रोकथाम: अधिनियम (UAPA Act) के तहत मामला दर्ज किया गया था और उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया।

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TeamDigital