मदुरई में भूख से व्याकुल हुए दिहाड़ी मजदूरों का प्रदर्शन

मदुरई में भूख से व्याकुल हुए दिहाड़ी मजदूरों का प्रदर्शन

चेन्नई। देश में लागू किये गए 21 दिनों के लॉकडाउन से छोटे कामगारों और दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों के सामने आजीविका चलाने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।

हालाँकि राज्य सरकारों की तरफ से स्थानीय प्रशासन के माध्यम से ज़रूरतमंद लोगों तक राशन पहुंचाने की बात कही जा रही है, इसके अलावा कई समाजसेवी संस्थाएं भी गरीबो में भोजन वितरण करने की ज़िम्मेदारी उठा रहीं हैं।

इन सभी दावों के बीच तमिलनाडु में मदुरई में दिहाड़ी मजदूरों का कहना है कि उनके पास न तो राशन खरीदने के लिए पैसे हैं और न ही उन्हें राशन वितरित किया जा रहा है।

मदुरई में आज सैकड़ो दिहाड़ी मजदूरों ने लॉकडाउन के बीच प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी दिहाड़ी मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते उनके कामकाज सब बंद हो चुके हैं। उनके पास परिवार का पेट भरने के लिए कोई इंतजाम नहीं है।

मदुरई के यागप्पा नगर इलाके में करीब 100 दिहाड़ी मजदूर अपने परिवारों के साथ मदद की गुहार लगाते हुए सड़क पर उतर आये और सरकार से तुरंत मदद दिए जाने की मांग की।

इससे पहले लॉकडाउन के कारण गुजरात के सूरत की एक टेक्सटाइल मिल बंद होने से बेरोज़गार हुए प्रवासी मजदूर शुक्रवार को सड़को पर उतर आये थे। बेरोज़गार होने के कारण मजदूर अपने घर भेजे जाने की मांग कर रहे थे।

गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण के कारण 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया गया है। यह लॉकडाउन 14 अप्रेल रात 12 बजे समाप्त होना है। हालाँकि देश के चार राज्यों ओडिशा, महाराष्ट्र, पंजाब और पश्चिम बंगाल ने लॉकडाउन को 30 अप्रेल तक बढ़ाने का एलान किया है।

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TeamDigital