कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जारी, गांधी परिवार से अध्यक्ष चाहते हैं कांग्रेसी
नई दिल्ली। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हो रही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जारी है। इस बैठक में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़के, कैप्टेन अमरिंदर सिंह, गुलामनबी आज़ाद, अहमद पटेल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।
सूत्रों की माने तो कार्यसमिति की बैठक शुरू होने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस नेताओं द्वारा ली गई चिट्ठी को लेकर चर्चा हो रही है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस इस चिट्ठी को लिखे जाने की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि 23 कांग्रेस नेताओं द्वारा ऐसे समय पर चिट्ठी क्यों लिखी गई जब हम राजस्थान और मध्य प्रदेश में जूझ रहे थे और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं।
वहीँ दूसरी तरफ बैठक शुरू होने के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के समक्ष नारेबाजी की। हाथो में तख्तियां लिए कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी परिवार के व्यक्ति को ही पार्टी अध्यक्ष बनाये जाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता जगदीश शर्मा ने कहा, ‘हम गांधी परिवार से पार्टी अध्यक्ष चाहते हैं। यदि किसी बाहरी व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया जाता है तो पार्टी नष्ट और टूट जाएगी।’
माना जा रहा है कि आज हो रही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के लिए पूर्णकालिक नए अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हो सकती है। हालांकि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ से इस्तीफे की पेशकश की ख़बरों को कांग्रेस कल ख़ारिज कर चुकी है।
वहीँ पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहने की वकालत की है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहने का निवेदन किया है।
‘श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व पर कोई भी सुझाव या आक्षेप बेतुका है। मैं श्रीमती सोनिया गांधी से अपील करता हूं कि वे अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करें और कांग्रेस का नेतृत्व करती रहें। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि श्रीमती सोनिया गांधी के खिलाफ तमाम झूठी अफवाहों के बावजूद उन्होंने 2004 में कांग्रेस पार्टी की जीत का नेतृत्व किया और अटल बिहारी वाजपेयी को घर पर बैठाया।’
वहीँ दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘वे नेहरू-गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की कल्पना नहीं कर सकते हैं और पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता किसी और को पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार नहीं करेगा।’