भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी है सीएए, संघर्ष कर रही जनता के साथ खड़ी है कांग्रेस: सोनिया

भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी है सीएए, संघर्ष कर रही जनता के साथ खड़ी है कांग्रेस: सोनिया

नई दिल्ली। कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को आयोजित की गई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में देश की अर्थव्यवस्था, नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन, जम्मू कश्मीर में पाबंदियों को लेकर आये सुप्रीमकोर्ट के फैसले के अलावा ईरान-अमेरिका के बीच पैदा हुए ताजा विवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि नागरिकता कानून भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी है। इस कानून का भयावह उद्देश्य हर देशभक्त, सहिष्णु और धर्मनिरपेक्ष भारतीय के लिए स्पष्ट है। यह भारतीय लोगों को धार्मिक आधार पर विभाजित करता है।

उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान तमाम विरोध के बावजूद सरकार ने नागरिकता कानून (सीएए) को पास करा लिया है लेकिन देश के लिए यह एक बड़ा मुद्दा है।

सोनिया गांधी ने नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह कानून भारतीय लोगों को धार्मिक आधार पर विभाजित करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (CWC) स्पष्ट रूप से यह घोषणा करती है कि लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता देश की जनता द्वारा किए जा रहे समानता के लिए संघर्ष, कानूनों की समान सुरक्षा, न्याय और गरिमा के लिए उनके संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे।

कांग्रेस कार्यसमिति में प्रस्ताव पारित:

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पारित किये गए प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस कार्यसमिति ने संविधान की रक्षा के लिए लड़ाई में युवाओं और छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की, स्वतंत्र और रचनात्मक सोच के साथ समर्थन जताया और न्यूनतम खर्च पर रोजगारपरक शिक्षा की वकालत की।

मोदी सरकार रचनात्मक सोच और सीखने की संस्कृति पर व्यवस्थित रूप से हमला कर रही है। भाजपा सरकार को एहसास है कि छात्रों और युवा को अपने सांप्रदायिक एजेंडे के माध्यम से विभाजित नहीं किया जा सकता है।

छात्रों की बात सुनने के बजाय, भाजपा सरकार की प्रतिक्रिया पुलिस लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले, जबरन गिरफ्तारी, एफआईआर और यहां तक ​​कि प्रदर्शनकारी छात्रों और युवाओं पर हमले की योजना बनाने के रूप में सामने आई है।

मोदी सरकार ने देश भर में युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाने, वश में करने के लिए क्रूर राज्य शक्ति की पूरी ताकत लगा दी है। प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार ने युवाओं के विश्वास को धोखा दिया है।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह, पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल, गुलामनबी आज़ाद, मल्लिकार्जुन खड़के, अहमद पटेल, प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शक्तिसिंह गोहिल, मुकुल वासनिक, आनंद शर्मा, एके एंटनी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

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