आरएसएस के गढ़ में कांग्रेस ने रचा इतिहास, 58 में से 31 सीटों पर कब्ज़ा
मुंबई ब्यूरो। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का गढ़ कहे जाने वाले नागपुर के जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को पटखनी दी है। नागपुर में संघ का मुख्यालय है और संघ देशभर के अपने कार्यक्रमों को यहीं से तय करता है। वहीँ नागपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी लगातार दो बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
कांग्रेस ने यहाँ सर्वाधिक 31 सीटें जीती हैं। वहीँ भारतीय जनता पार्टी को 14 सीटें मिली हैं। जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 10 सीटें और शिवसेना को 01 सीट मिली है। तथा 2 सीटें अन्य के खाते में गई हैं।
नागपुर जिला परिषद में कुल 58 सीटें हैं। इस चुनाव के लिए मंगलवार को वोट डाले गए थे। बुधवार को इन सीटों की मतगणना हुई थी।
जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र डोंगरे को जीत मिली है। वहीँ धापेवाड़ा सीट से महेंद्र डोंगरे अच्छे मतों के साथ चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
जिला परिषद की धापेवाड़ा सीट तीन बार से बीजेपी के ही कब्जे में थी लेकिन इस बार उन्हें कांग्रेस ने बड़ी मात दी है। धापेवाड़ा में ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का पैतृक गाँव है।
वहीँ नागपुर में पांच विधानसभाएं आती हैं। इनमे से नागपुर की साउथ वेस्ट विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार तीन बार चुनाव जीत कर विधायक बने हैं। नागपुर साउथ, नागपुर ईस्ट, नागपुर सेंट्रल विधानसभा सीट पर भी लगातार दो बार से बीजेपी उम्मीदवार विजयी रहे हैं। वहीँ अन्य दो सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।