उपचुनाव से पहले बसपा की नकेल कसने की तैयारी में कांग्रेस
भोपाल ब्यूरो। पिछले विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर कांग्रेस का वोट काटकर बीजेपी को आगे बढ़ाने वाली बहुजन समाज पार्टी को कांग्रेस उपचुनाव में भी बड़ी चुनौती मानकर चल रही है।
दरअसल जिन 24 सीटों पर उपचुनाव होना है उनमे ग्वालियर-चंबल इलाके की 16 सीटें भी शामिल हैं। इन 16 सीटों में अधिकांश सीटों पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं की अच्छी तादाद है और बसपा द्वारा उपचुनाव की सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने के एलान के बाद अब कांग्रेस जातिगत समीकरणों ध्यान में रखकर काम कर रही है।
2018 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस को कई सीटों पर बड़ा डेंट पहुँचाया था। यही कारण रहा कि कांग्रेस अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भरपूर सीटें नहीं जीत सकी। हालाँकि बहुजन समाज पार्टी सिर्फ दो सीटों पर ही सिमट कर रह गई लेकिन जातिगत मतो के ध्रुवीकरण के कारण कांग्रेस को कई सीटें बेहद कम मार्जिन से गंवानी पड़ीं और इन सीटों पर बीजेपी को लाभ पहुंचा।
पिछले कुछ महीनो में कांग्रेस ने ग्वालियर- चंबल के इलाके से बसपा में बड़ी सेंधमारी की है और बड़ी संख्या में बसपा पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता कांग्रेस में शामिल होना इस बात का बड़ा संकेत है कि अनुसूचित जाति में मतदाताओं पर कांग्रेस की नज़र है।
अभी हाल ही में बसपा के कद्दावर नेता और करैरा विधानसभा से बसपा के टिकिट पर 2008 में चुनाव लड़ चुके प्रागी लाल जाटव हाल ही में कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इस चुनाव में प्रागीलाल जाटव तीसरे नंबर पर रहे थे। तीसरे नंबर पर रहने के बावजूद 40026 वोट मिले थे। प्रागीलाल जाटव का शिवपुरी जिले में अनुसूचित जाति के मतदाताओं पर ख़ासा प्रभाव है।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो ग्वालियर चंबल इलाके की 16 सीटों पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि वर्तमान स्थति को देखें तो अब यहाँ बहुजन समाज पार्टी की स्थति पहले जैसी नहीं हैं। उसका संगठन कमज़ोर हो चूका है और उपचुनाव का एलान होने से पहले आधी से अधिक बसपा खाली हो चुकी होगी। यदि इसके बावजूद भी बसपा अपने उम्मीदवार खड़े करती है तो इसका कांग्रेस पर कोई बड़ा असर होने वाला नहीं है।
कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान टला:
मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए ग्वालियर-चंबल के इलाके में 13 जुलाई से शुरू होने वाला कांग्रेस का प्रचार अभियान फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। यह प्रचार अभियान 13 जुलाई से 17 जुलाई तक चलना था। इस अभियान के तहत कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा, एनपी प्रजापति, डॉक्टर गोविंद सिंह, केपी सिंह, अशोक सिंह, अरुण यादव, अजय सिंह, आरिफ अकील, लाखन सिंह यादव और फूल सिंह बरैया एक बस में सवार होकर बस में बैठकर प्रचार के लिए निकलने वाले थे।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कोरोना सक्रमण के बढ़ते मामलो के कारण यह प्रचार अभियान फिलहाल स्थगित कर दिया गया है और जल्द ही नई तारीख का एलान किया जाएगा।