किसान संगठनों के चक्का जाम को कांग्रेस का समर्थन

किसान संगठनों के चक्का जाम को कांग्रेस का समर्थन

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ कल किसानो द्वारा राष्ट्रीय और राज्य मार्गो के दोपहर 12 बजे से 03 बजे तक चक्का जाम के आह्वान का कांग्रेस ने समर्थन किया है।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि सरकार को अपना अहंकार छोड़कर तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छह फरवरी को किसान संगठनों द्वारा आहूत चक्का जाम का समर्थन करेगी।

दिल्ली में हरियाणा के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक के बाद पार्टी के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बैठक में हमने किसानों के आंदोलन का समर्थन करने की बात कही है। हमारी पार्टी का निर्णय है कि नए कृषि कानून वापस होने चाहिए। कांग्रेस किसानों के साथ है।

कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, आज कृषि मंत्री ने सदन और देश को गुमराह करने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह केवल पंजाब का आंदोलन है। परन्तु इस आंदोलन में हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान यहां तक की महाराष्ट्र और कर्नाटक से भी किसान शामिल हैं।

दिल्ली एनसीआर में नहीं होगा चक्का जाम:

कल होने वाले चक्का जाम को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि दिल्ली-एनसीआर में कोई चक्का जाम नहीं होगा। दिल्ली के अंदर जाने वाली सभी सड़कें खुली रहेंगी। यहां किसानों का विरोध पहले से ही जारी है।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दावा किया कि हमारे पुास पुख्ता सबूत थे कि कल कुछ लोग चक्का जाम के दौरान हिंसा फैलाने की कोशिश करते। हमारे पास पक्की रिपोर्ट थी। हमने जनहित को देखते हुए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को कल होने वाले चक्का जाम से अलग रखा है।

इससे पहले आज कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने जयपुर में ट्रैक्टर रैली निकाली।राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी (आरएलपी) के आयोजक हनुमान बैनीवाल ने कहा कि देश का किसान संगठित है, कल देशभर में चक्का जाम है। जब तक तीनों कृषि क़ानून वापस नहीं होंगे, लोकसभा में हमारा विरोध जारी रहेगा। हम सड़क से लेकर लोकसभा तक किसानों के लिए लगे रहेंगे।

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TeamDigital