बीजेपी के इस्तीफा कार्ड से निपटने की तैयारी में जुटी कांग्रेस
नई दिल्ली। गुजरात में राज्य सभा चुनाव के लिए कांग्रेस का गणित गड़बड़ा चुका है। राज्य की 4 राज्य सभा सीटों पर 5 उम्मीदवार हैं। इनमे कांग्रेस के दो उम्मीदवार और बीजेपी ने तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के कुल 73 विधायक थे, इनमे से पांच विधायकों ने मार्च में इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद विधायकों की तादाद घटकर 68 हो गई थी। विधानसभा में एनसीपी के एक विधायक और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायकों को जोड़कर पार्टी के पास विधायकों की तादाद 71 हो रही थी।
राज्य में राज्य सभा की एक सीट जीतने के लिए 35.01 वोट चाहिए, ऐसे में माना जा रहा था कि कांग्रेस अपने दोनों उम्मीदवारों को जिताने में सफल रहेगी लेकिन आज अचानक दो विधायकों के इस्तीफे की खबर आने के बाद पार्टी के विधायकों की तादाद 68 से घटकर 66 हो गयी है और एनसीपी और भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायकों को मिलाकर उसके पास कुल 69 विधायकों का समर्थन है।
ऐसे में कांग्रेस के सामने दो राज्य सभा सीटें जीतना बड़ी चुनौती है। पार्टी ने दो राज्य सभा सीटों पर शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है।
यदि बीजेपी राज्य में तीन उम्मीदवार नहीं उतारती तो सभी चारो सीटों पर निर्विरोध चुनाव सम्पन्न हो जाता लेकिन पार्टी ने दो की जगह तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर चुनाव के लिए मतदान को आवश्यक बना दिया।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और पार्टी की आंतरिक अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच आज गुजरात के दो विधायकों के इस्तीफे को लेकर फोन पर लंबी वार्ता हुई है और पार्टी दोनों सीटें जीतने को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रही है।
पिछले कुछ सालो में यह एक नया तरीका शुरू हुआ है कि दल बदल न होने की स्थति में विधायकों को विधानसभा की सदस्य्ता से इस्तीफा दिलाकर घर बैठा दिया जाता है। बाद में इस्तीफा देने वाले विधायक बीजेपी में शामिल हो जाते हैं और उपचुनाव में पार्टी उन्हें फिर से उम्मीदवार बना देती है।
बीजेपी पर इस्तीफा कल्चर कुछ इस तरह हावी होता जा रहा है कि उसने इसी इस्तीफा कार्ड से कर्नाटक और मध्य प्रदेश में बहुमत वाली सरकारों को धराशाही करके अपनी सरकार बना ली।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि बीजेपी के इस्तीफा कार्ड से निपटने के लिए कांग्रेस अब गंभीर है और लॉकडाउन के बाद इसका असर भी दिखेगा। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल गुजरात में फंसी फांस को निकालने के लिए अहमद पटेल को ज़िम्मेदारी दी गई है। चूंकि शक्ति सिंह गोहिल अपनी मां के निधन के कारण अभी कुछ दिन सक्रिय नहीं रहेंगे इसलिए भरत सिंह सोलंकी और अहमद पटेल गुजरात की क्राइसिस को हेंडल करेंगे।
सूत्रों ने कहा कि गुजरात में स्थति अब पिछले राज्य सभा चुनाव की तरह हो गई है। जिसमे अहमद पटेल को अपनी सीट जीतने के लिए एड़ी चोटी की ताकत लगानी पड़ी थी। इसलिए देखना होगा कि विधायकों की संख्या में पिछड़ी कांग्रेस इस बार अपनी फांस कैसे निकाल पाती है।
बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने हैं। गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस मुरली कृष्ण के मुताबिक 19 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे के बीच मतदान की प्रक्रिया होगी। जिसके बाद शाम पांच बजे से मतों की गिनती शुरू की जाएगी।