महंगाई के खिलाफ 12 दिसंबर को दिल्ली में बड़ी रैली करेगी कांग्रेस
नई दिल्ली। देश में बढ़ती मंहगाई पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस 12 दिसंबर को दिल्ली में बड़ी रैली का आयोजन करेगी। इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी ने 12 दिसंबर को दिल्ली में एक विशाल “महंगई हटाओ रैली” आयोजित करके मूल्य वृद्धि की ओर देश का ध्यान आकर्षित करने का फैसला किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “मोदी और महंगाई लोगों के जीवन का अभिशाप बन गए हैं” और अभूतपूर्व मूल्य वृद्धि महंगाई ने देश में हर परिवार की कमाई, घरेलू आय और बजट को ध्वस्त कर दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत के लोग भाजपा सरकार द्वारा संचालित मूल्य वृद्धि और महंगाई के कारण असहनीय क्रूरता और अनकही पीड़ा झेल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर घर का बजट खराब होता है, यहां तक कि न्यूनतम पोषण भी प्रभावित होता है और लोगों को दिन-प्रतिदिन के खाद्य पदार्थों के साथ-साथ अन्य उपभोग्य सामग्रियों को खरीदना और उपभोग करना मुश्किल हो रहा है।
कांग्रेस महंगाई के मुद्दे पर विरोध करती रही है और उन पर लगाम लगाने की मांग की है। कांग्रेस नेता ने कहा कि खाना पकाने के तेल, दाल और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में बेरहमी से वृद्धि से हर घर प्रभावित है और संभवत: पहली बार टमाटर की कीमत भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत को पार कर गई है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सीमेंट, लोहा और इस्पात जैसी निर्माण सामग्री की कीमत में लगभग 40 प्रतिशत से 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि धीरे-धीरे सब कुछ आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, इस रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी ने व्यापक प्रयास शुरू कर दिए हैं। दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की प्रदेश कांग्रेस इकाइयों को रैली में भीड़ जुटाने की ज़िम्मेदारी दी गई है।
कांग्रेस ने मंहगाई और बेरोज़गारी के खिलाफ देशभर में जनजागरण अभियान की भी शुरुआत की है। इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक बनाने और मंहगाई पर सही जानकारी देने के लिए देशभर में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी यह मानकर चल रही है कि 12 दिसंबर को होने वाली इस रैली से उन पड़ौसी राज्यों तक बड़ा संदेश जायेगा, जहां अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमे पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं।
इस रैली में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मौजूद रहने की संभावना है।