झारखंड और महाराष्ट्र की तरह दिल्ली में ख़ामोशी से चुनाव लड़ रही कांग्रेस

झारखंड और महाराष्ट्र की तरह दिल्ली में ख़ामोशी से चुनाव लड़ रही कांग्रेस

नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनैतिक दलों का चुनाव प्रचार पूरे जोरों पर हैं। आम आदमी पार्टी की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री पार्टी के उम्मीदवारों के लिए पसीना बहा रहे हैं वहीँ बीजेपी की तरफ से गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित करीब दो दर्जन सांसद और 10 केंद्रीय मंत्री प्रचार में लगे हैं।

इस सब से अलग कांग्रेस का कोई राष्ट्रीय नेता अभी तक चुनाव प्रचार में दिखाई नहीं दिया है। पार्टी सूत्रों की माने तो कांग्रेस दिल्ली में भी महाराष्ट्र और झारखंड वाला एक्सपेरिमेंट करने जा रही है। सूत्रों ने कहा कि दिल्ली के लिए भी पार्टी की रणनीति महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव जैसी है। स्थानीय नेताओं को अगली पंक्ति में रखकर काम किया जाएगा।

सूत्रों ने कहा कि फरवरी पहले सप्ताह में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रचार की कमान संभाल लेंगे, तब तक स्थानीय नेता विधान सभाओं में जनसम्पर्क का काम देखेंगे।

सूत्रों ने कहा कि बीजेपी द्वारा पाकिस्तान, नागरिकता कानून जैसे मुद्दों को गर्म करके एक धर्म विशेष के मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश होगी। इस ध्रुवीकरण को तोड़ने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता चुनाव मैदान में उतरेंगे।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों में दिल्ली के भौगोलिक और सामाजिक मापदंडो को ध्यान में रखा है। दिल्ली के सिख बाहुल्य इलाको में पूर्व पीएम डा मनमोहन सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह के साथ नवजोत सिंह सिद्धू कैंपेन संभालेंगे। वहीँ पूर्वांचल के मतदाताओं के बीच कीर्ति आज़ाद और शत्रुघ्न सिन्हा प्रचार का हिस्सा बनेगे।

उत्तराखंड से जुड़े मतदाताओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव की कमान संभालेंगे। वहीँ दिल्ली के जाट बाहुल्य इलाको में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला प्रचार करेंगे। इसी तरह गूर्जर बाहुल्य इलाको में राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे।

सूत्रों ने कहा कि जैसे जैसे चुनाव करीब आता जाएगा, कांग्रेस अपनी ताकत भी बढ़ाएगी। यह ठीक महाराष्ट्र की तरह ही होगा, चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकेगी।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार समिति को ख़ासतौर पर ऐसे निर्देश दिए हैं जिससे बीजेपी और आम आदमी पार्टी को कांग्रेस पर ऊँगली उठाने का मौका न मिले। खासकर पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर कांग्रेस का कोई नेता प्रचार के दौरान निजी हमला नहीं करेगा।

सूत्रों ने बताया कि पार्टी के नेता मतदाताओं के बीच मुद्दों पर बात रखेंगे। इन मुद्दों में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों दोनों को सम्मिलित किया जाएगा। अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार की विफलता के लिए स्थानीय मुद्दे मतदाताओं के समक्ष रखे जाएंगे वहीँ केंद्र की मोदी सरकार से जुड़े अर्थव्यवस्था, बेरोज़गारी,नागरिकता कानून जैसे बड़े मुद्दे पर भी मतदाताओं के साथ चर्चा की जायेगी।

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TeamDigital