कांग्रेस ने गुजरात के फ़र्ज़ी वेंटीलेटरो पर सरकार को घेरा, जांच की मांग

कांग्रेस ने गुजरात के फ़र्ज़ी वेंटीलेटरो पर सरकार को घेरा, जांच की मांग

नई दिल्ली। गुजरात में विवादास्पद बने वेन्टीलेटरों को लेकर कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दावा किया कि जिस कम्पनी से वेंटिलेटर के नाम पर खरीद की गई है वह उसी व्यक्ति की है जिसने पीएम मोदी को दस लाख का सूट गिफ्ट किया था।

उन्होंने गुजरात सरकार पर उस कंपनी को प्रमोट करने का आरोप लगाया है, जिसकी एक बड़ी हिस्सेदारी पीएम मोदी को सूट गिफ्ट करने वाले रमेश भाई विरानी के पास है।

गौरतलब है कि गुजरात में स्वदेशी वेंटिलेटर का दावा करते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इसे शानदार वेंटिलेटर कहा था, जबकि यह एक आर्टिफिशियल मैनुअल ब्रीदिंग यूनिट (बैग) है।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि इस प्रोडक्ट के नतीजे सही नहीं पाए गए। इतना ही नहीं बिना सही ट्रायल और परिणाम और अनुमोदन प्रक्रिया के पूरा हुए गुजरात सरकार ने इसे अपना भी लिया।

खेड़ा ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री जिसे वेंटिलेटर कहकर तारीफ़ कर रहे थे वो वेंटिलेटर ही नहीं है। खेड़ा का कहना है कि जबकि यह वैंटिलेटर है ही नहीं। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला एक बड़े घोटाले की तरफ इशारा करता है।

खेड़ा के मुताबिक अहमदाबाद के सिविल अस्पताल ने अपने एनेस्थेसिया विभाग की रिपोर्ट पर उसे अनुपयोगी बताकर वेंटिलेटर देने की मांग की है। लेकिन गुजरात सरकार ने इसे वेंटिलेटर के तौर पर प्रचारित करने के कारण कई राज्यों की सरकार ने इसमें रुचि दिखाई।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार की कंपनी एचएलएल लाइफ केयर ने भी ज्योति सीएनसी को 5000 धमन-1 मशीन देने का ऑर्डर कर दिया है। यह सभी ऑर्डर कोविड-19 के संक्रमण को लेकर हुए और मशीन कोविड-19 संक्रमितों के इलाज में बिल्कुल कारगर नहीं है।

जब यह सच्चाई सामने आनी शुरू हुई तो राज्य सरकारों ने आर्डर कैंसिल करना आरंभ कर दिया। अब राज्य की प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि को इसके बचाव में प्रेसवार्ता करनी पड़ रही है।

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TeamDigital