बसों के नंबर को लेकर बीजेपी कर रही घटिया राजनीति, मानहानि का केस करेगी कांग्रेस
नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों को घरो तक पहुँचाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की पहल पर कांग्रेस द्वारा उपलब्ध कराई गई बसों की सूची को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गर्म हो गयी है।
बसों के नंबरों को ऑटो और बाइक का नंबर बताने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस तरह की घटिया राजनीति की उम्मीद नहीं थी।
कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अब जबकि कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों को पहुंचाने के लिए अपने खर्चे पर बसों की व्यवस्था की है तो बसों को अनुमति नहीं दी जा रही। प्रदेश सरकार पिछले दो दिनों से टालमटोल कर कोई न कोई नई फरमाइश सामने रख रही है।
सुरजेवाला ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार और बीजेपी को प्रवासी मजदूरों का दर्द नहीं दिख रहा है। वे बसों को चलाने की अनुमति देने की जगह इस मुद्दे पर लोगों को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रदेश की योगी सरकार पर प्रवासी गरीब मजदूरों को तकनीकी आधार पर प्रताड़ित करने और इस महामारी के दौरान घृणित राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमाओं पर लाखों की संख्या में श्रमिक अपने घरों को आना चाहते हैं जिसके लिए कांग्रेस पार्टी ने 1000 बसों की व्यवस्था कराई है, लेकिन प्रदेश की योगी सरकार तकनीकी तौर पर उलझाकर उन्हें चलाने की अनुमति नहीं दे रही है।
तिवारी ने कहा, ‘सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों से पता चला है कि भाजपा के लोग कह रहे हैं कि कुछ बसों के नंबर मेल नहीं खा रहे हैं। भाजपा के लोग कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करायेगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों के लिए कांग्रेस के खर्चे पर एक हज़ार बसें चलाने के लिए 16 मई को उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था। जिसके जबाव में उत्तर प्रदेश के अपर सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने प्रियंका गांधी से बसों की लिस्ट, चालक परिचालकों की जानकारी और बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट पेश करने के लिए कहा। जिसे कांग्रेस ने तुरंत उपलब्ध करा दिया।