कोरोना वैक्सीन की कीमत पर कांग्रेस ने दागे सवाल, टीकाकरण को प्रचार माध्यम बनाने का आरोप
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कोरोना वैक्सीन की कीमत को लेकर सवाल उठाये हैं। इतना ही नहीं पार्टी ने मोदी सरकार पर टीकाकरण को प्रचार का माध्यम बनाने का आरोप भी लगाया है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सरकार बताये कि देश में कितने लोगों को कोरोना वैक्सीन निशुल्क में दी जायेगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के एक डोज की कीमत बाजार में एक हजार रुपये है। ऐस में प्रति व्यक्ति को दो डोज के लिए दो हजार रुपये चुकाने होंगे।
सुरजेवाला ने कहा कि कंपनी सरकार को 200 रुपये प्रति डोज के हिसाब से वैक्सीन बेच रही है। वहीं लोगों को दो डोज के लिए 1600 रुपये अतिरिक्त का भुगतान करना होगा। ऐसे में देश के 100 करोड़ लोगों को एक लाख 60 हजार करोड़ रुपये की राशि देनी होगी।
उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या सरकार के पास कोरोना वैक्सीन की कीमतों को लेकर कोई हल है? सुरजेवाला ने कहा कि देश के 135 करोड़ लोग जानना चाहते हैं। कोरोना का मुफ्त वैक्सीन किसे मिलेगा? कैसे मिलेगा और कहां मिलेगा? देश में कितने लोगों को मुफ्त वैक्सीन दी जाएगी? देशवासियों को निशुल्क कोरोना वैक्सीन कहां से मिलेगी?
सरकार टीकाकरण को बना रही प्रचार माध्यम:
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए टीकाकरण को प्रचार माध्यम बनाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि हमने 2011 में देश को पोलियो मुक्त बनाया है। आज से पहले टीकाकरण कभी प्रचार का माध्यम नहीं बना। टीकाकरण आपदा का अवसर नहीं हो सकता है।
सुरजेवाला ने कहा कि ये याद रखना चाहिए कि टीकाकरण एक जनसेवा है। ये राजनीतिक या अवसरवादिता का मौका नहीं है। ये आपदा में अवसर नहीं हो सकता है।
गौरतलब है कि शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन के पहले चरण में देश के 3006 सेंटरों पर वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया है। इस अभियान के पहले चरण में एकीकृत बाल विकास सेवा) कर्मियों समेत सरकारी और निजी क्षेत्र में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन के टीके दिए जाएंगे।
कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जायेगी। इसके लिए देशभर में 3006 टीकाकरण केंद्र बनाये गए हैं।