बीजेपी पर कांग्रेस का पलटवार, गहलोत के करीबियों को आयकर विभाग का समन
नई दिल्ली। राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त के ऑडियो को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं। इस मामले में आज सुबह बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा की प्रेस कांफ्रेंस के बाद कांग्रेस ने जबावी हमला बोला है। वहीँ दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों को आयकर विभाग ने समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस में उनके प्रवक्ता ने जो कुछ कहा उससे एक बात तो साफ़ हो गई है कि बीजेपी ने राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। इसलिए अब वह पूछ रही है कि क्या फोन टेपिंग करने का क़ानूनी अधिकार है।
पवन खेड़ा ने सवाल उठाये कि जब राजस्थान एसओजी की टीम विधायकों की आवाज़ के सेम्पिल लेने मानेसर के उस होटल में पहुंचती है, जहाँ कि विधायक रुके हुए हैं तो उस होटल के पिछले गेट से विधायकों को निकाल दिया जाता है। खेड़ा ने सचिन पायलट का नाम लेकर कहा कि एक तरफ सचिन पायलट कहते हैं कि वे कांग्रेस में हैं दूसरी तरफ वे मनोहर लाल खटटर की हरियाणा पुलिस के संरक्षण में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को राजस्थान पुलिस से ज़्यादा हरियाणा पुलिस पर भरोसा क्यों हैं। खेड़ा ने सवाल उठाये कि एक तरफ बीजेपी के नामी वकील कोर्ट में यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि सभी एमएलए कांग्रेस में हैं दूसरी तरफ आप बीजेपी के साथ मिले हुए हैं।
आयकर विभाग ने गहलोत के करीबियों को भेजे समन:
दूसरी तरफ आयकर विभाग ने सीएम अशोक गहलोत के चार कथित करीबी लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा है। जिन कारोबारियों को आयकर विभाग ने समन भेजा है उनमे रतनकांत शर्मा, सुनील कोठारी, राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौर शामिल हैं।
इन सभी को आयकर की धारा 131 के तहत नोटिस भेजा गया गया है। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने 13 जुलाई को दिल्ली-मुंबई और राजस्थान के अलग अलग जगहों पर इन लोगों के 43 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
आवाज़ के सैंपल के लिए कोर्ट पहुंची एंटी करप्शन ब्रांच:
विधायकों की खरीद फरोख्त के ऑडियो सामने आने के बाद राज्य की एंटी करप्शन ब्रांच ने कोर्ट का रुख किया है। एसीबी ने भंवर लाल शर्मा, विश्वेंद्र सिंह, संजय जैन और गजेंद्र सिंह के वॉयस सैंपल लेने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। राजस्थान टेप काण्ड में एसओजी ने अशोक सिंह नामक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और अशोक सिंह से पूछताछ में एसओजी को कई बड़े राज मिले हैं।