कांग्रेस-जेडीएस के बागियों का बीजेपी में घुटने लगा दम, घर वापसी की तैयारी
बेंगलुरु। कर्नाटक में जिन बागी विधायकों ने राज्य की जेडीएस-कांग्रेस सरकार को समय से पहले धराशाही कर दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे, अब उनमे से अधिकांश विधायकों को बीजेपी रास नहीं आ रही, इसलिए वे अब घर वापसी का रास्ता ढूंढ रहे हैं।
सूत्रों की माने तो कर्नाटक में कांग्रेस की कमान डी के शिवकुमार के हाथ में दिए जाने के बाद से कांग्रेस के अधिकांश बागी घर वापसी को हामीभर चुके हैं। सूत्रों ने कहा कि डी के शिवकुमार ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं की घर वापसी के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू किये हैं और कांग्रेस के जो बागी विधायक कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस सरकार के पतन का कारण बने थे वे अब डी के शिवकुमार के सम्पर्क में आ चुके हैं।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए और उपचुनाव में बीजेपी के टिकिट पर चुनाव लड़े कांग्रेस के बागियों को बीजेपी रास नहीं आ रही। हालाँकि कुछ विधायकों को मंत्री पद भी मिला है इसके बावजूद वे मानते हैं कि उनकी बीजेपी के अंदर कोई वैल्यू नहीं है।
सूत्रों की माने तो पिछले गुरुवार को आठ बार के विधायक उमेश कट्टी को राज्य सभा भेजने की मांग को लेकर उनके आवास पर करीब एक दर्जन से अधिक विधायक जुटे थे। इसके बाद ये सभी विधायक डी के शिवकुमार के सम्पर्क में आये।
विधायक उमेश कट्टी लगातार आठ चुनाव जीत चुके हैं लेकिन बीजेपी ने उन्हें हाशिये पर रखा है। कुट्टी को न तो कोई ज़िम्मेदारी दी गई है और न ही कोई मंत्रिपद। वहीँ कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें मालूम था कि उनकी पार्टी से बीजेपी गए लोग बाद में पछताएंगे, जब उन्हें बीजेपी में न सम्मान मिलेगा न मंत्रिपद।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने दावा किया था कि बीजेपी के कई विधायकों ने उनसे मुलाकात कर राज्य की येदुरप्पा सरकार के कामकाज को लेकर नाराज़गी जताई थी। हालाँकि इस दावे को बीजेपी की तरफ से ख़ारिज कर दिया गया था लेकिन अब जो खबरें आ रही हैं, उन्हें सच माना जाए तो कांग्रेस छोड़कर गए कई बागी अब घर वापसी करने के मूड में हैं।
वहीँ जानकारों की माने तो पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता कुमार स्वामी और सिद्धारमैया के बीच तालमेल की कमी के कारण कांग्रेस और जेडीएस में बगावत हुई थी लेकिन अब प्रदेश कांग्रेस की ज़िम्मेदारी डी के शिवकुमार को मिलने के बाद कांग्रेस और जेडीएस के बीच एक बार फिर नजदीकियां बढ़ी हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल लोकसभा चुनाव के फौरन बाद कांग्रेस के 14 और जेडीएस के 3 विधायकों ने पार्टी से बगावत कर इस्तीफा दे दिया था, जिसके चलते कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई थी। ये विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी शामिल हो गए थे और उपचुनाव में बीजेपी के टिकिट पर चुनाव लड़े थे। उपचुनाव में जीतते वाले कई विधायकों को सरकार में मंत्री पद दिया गया।