बागी विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस में स्वीकारा ‘सिंधिया ने बीजेपी के साथ मिलकर रची साजिश’

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में तुरंत बहुमत परीक्षण कराये जाने की मांग को लेकर दायर की गई याचिका पर आज सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई होने से पहले बेंगलुरु में रुके 22 बागी विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ही हमारे नेता है।
बागी विधायकों ने कहा कि उन्होंने अभी बीजेपी में शामिल होने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। विधायकों ने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि वे बीजेपी में शामिल होंगे अथवा नहीं।
बागी कांग्रेस विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, राज्य में मुख्यमंत्री के लिए कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया दो चेहरे थे। ये पूरा प्रदेश जानता है कि मध्य प्रदेश की सरकार बनने में सिंधिया जी की अहम भूमिका थी। सिंधिया जी को मुख्यमंत्री न बनाकर कमलनाथ को बनाया हमें लगा था कि सब ठीक ठाक रहेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘जो व्यवहार कमलनाथ जी का हमने देखा मैं मंत्री रहते कह सकता हूं कि उन्होंने कभी भी हमें 15 मिनट भी शांतिपूर्वक नहीं सुना। हम अपनी मर्जी से यहां आए हैं। मीडिया में जो कहा जा रहा कि हम लोग यहां बंधक हैं, ऐसा कुछ भी नहीं है। जब सिंधिया जी जैसे बड़े नेता पर हमला हो सकता है, तो हम लोग कैसे मध्यप्रदेश में सुरक्षित रह सकते हैं। इसलिए हम विधायक यहां बंगलूरू में हैं।’
यह पूछे जाने पर कि क्या विधायकों को जबरन बेंगलुरु में रखा गया है? बागी विधायकों ने कहा कि हमे किसी ने बंधक नहीं बनाया बल्कि हम अपनी मर्जी से बेंगलुरु आये हैं।
बागी विधायकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पास हमारी बात सुनने के लिए समय नहीं है। विधायकों ने यह भी कहा कि वे कमलनाथ सरकार की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं।
साथ ही बागी विधायकों ने दावा किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता हैं। उन्होंने कहा कि ‘हम भोपाल लौटने के लिए तैयार हैं लेकिन हमें केंद्रीय सुरक्षा दी जाए।’
कांग्रेस विधायक इमरती देवी ने कहा कि ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता हैं।उन्होंने हमें राजनीति करना सिखाया है। मैं जो भी आज हूं सिंधिया जी की वजह से हूं। अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया जी कहेंगे की कुंए में कूद जाओ तो कुंए में कूदने को तैयार है इमरती देवी।’