पीएम के बयान से संतुष्ट नहीं कांग्रेस, पूछा ‘जवान किस इलाके में और क्यों शहीद हुए’
नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में चीन सैनिको से हिंसक झड़पों शहीद हुए 20 भारतीय सैनिको और सीमा पर ताजा स्थति को लेकर कल सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा द्वारा दिए गए बयान से कांग्रेस संतुष्ट नहीं है।
शुक्रवार को पीएम मोदी ने सीमा पर ताजा स्थति को लेकर कहा था कि ‘न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आँख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।’
हालांकि पीएम मोदी का बयान चौकाने वाला है और कांग्रेस ने पीएम मोदी के इसी बयान को लेकर दूसरा सवाल किया है। कांग्रेस ने आज ट्वीट कर पूछा ‘चीन दावा कर रहा है कि वह (भारतीय जवान) हमारे क्षेत्र में आए. पीएम मोदी दावा कर रहे हैं कि चीन कभी हमारे क्षेत्र में नहीं आया। गलवान घाटी में हमारे 20 जवान शहीद हो गए। क्या पीएम मोदी साफ करेंगे कि जवान क्यों शहीद हो गए? वह किसके क्षेत्र में शहीद हुए।’
वहीँ इससे पहले पीएम मोदी के बयान को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी से सवाल किया कि ‘प्रधानमंत्री मोदी के इसी बयान पर राहुल गांधी ने सवाल किया है और पूछा है कि अगर वह जमीन चीन की थी, जहां भारतीय जवान शहीद हुए तो हमारे सैनिकों को क्यों मारा गया? उन्हें कहां मारा गया?
पीएम मोदी के बयान पर सवाल उठना इसलिए भी लाजमी है क्यों कि 20 भारतीय जवान शहीद होने के अलावा चीन ने दस भारतीय सैनिको को भी बंधक बना लिया था। जिन्हे बाद में रिहा किया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि यदि चीन के सैनिक भारतीय सीमा में नहीं आये थे तो किस तरह 10 भारतीय सैनिको को बंधक बनाया गया। दूसरा अहम सवाल यह भी है कि यदि चीनी सैनिक भारतीय सीमा में नहीं आये और भारतीय सैनिको ने चीनी सीमा के अंदर प्रवेश नहीं किया तो आखिर किस तरह हिंसक झड़प हुई।
यहाँ तीसरा अहम सवाल ताजा स्थति को लेकर हैं, जिस गलवान घाटी में चीनी सैनिको के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं, उस गलवान घाटी की इस समय स्थति क्या है? क्या वहां अभी भी चीनी सैनिको ने डेरा जमाया हुआ है।
यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्यों कि शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया ब्रीफिंग में दावा किया था कि गलवान घाटी चीन का हिस्सा है और वहां वर्षो से चीनी सैनिक गश्त कर रहे हैं।