पीएम केयर्स फंड से प्रवासी मजदूरों की मदद का लॉलीपॉप, कांग्रेस ने सरक़ार को घेरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के केयर फंड (पीएम केयर्स) से निकाले गए 3100 करोड़ रुपये में से 1000 करोड़ रुपये प्रवासी मजदूरों पर खर्च किये जाने के सरकार के दावे पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की घेराबंदी की है।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट कर कहा कि PM-CARES ने प्रवासी श्रमिकों के लिए 1000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। कृपया छोटी सी गलती न करें। यह पैसा प्रवासी श्रमिकों को नहीं दिया जाएगा, बल्कि उनकी यात्रा, आवास, चिकित्सा और भोजन के खर्चों को पूरा करने के लिए दिया जाएगा उनके हाथों में कुछ नहीं जाएगा।’
एक अन्य ट्वीट में चिदंबरम ने कहा कि ‘एक प्रवासी मजदूर का उदाहरण लें जो अपने गांव लौट आया है। गांव में नौकरियां नहीं हैं। उसके पास कोई काम नहीं है और न ही कोई आमदनी है। वह कैसे जीवित रहेगा और अपने परिवार का भरण पोषण करेगा।’
गौरतलब है कि बुधवार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के लिए पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट की तरफ से 3,100 करोड़ रूपये आवंटित करने का निर्णय लिया गया और इस रकम का उपयोग वेंटिलेर खरीदने तथा प्रवासी मजदूरों की देखभाल पर किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के मुताबिक पीएम केयर्स फंड से आवंटित 3,100 करोड़ रूपये में से करीब 2000 करोड़ रूपये ‘ भारत में ही निर्मित’ वेंटिलेटर की खरीद और 1000 करोड़ रूपये प्रवासी मजदूरों की देखभाल के लिए निर्धारित किये गये हैं।
प्रवासी मजदूरों को लॉलीपॉप:
पीएम केयर्स फंड में से 1000 करोड़ रुपये प्रवासी मजदूरों पर खर्च करने की बात कही गई है लेकिन इन 1000 करोड़ रुपये में से किसी प्रवासी मजदूर के हाथ में एक रूपया भी नहीं पहुंचेगा। वे खाली हाथ ही रहेंगे। एक हज़ार करोड़ रुपये राज्यों को दिए जायेंगे जो प्रवासी मजदूरों के रहने, खाने और देखभाल पर खर्च किये जायेंगे।
सरकार के इस फैसले से पीएम केयर्स फंड से प्रवासी मजदूरों के नाम पर निकाले गए एक हज़ार करोड़ रुपये में से प्रवासी मजदूरों को एक रुपये का भी सीधा फायदा नहीं मिलेगा।