कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना गठबंधन ने स्थानीय निकाय चुनाव में भी बीजेपी को बुरी तरह हराया
मुंबई। जिला पंचायत चुनाव के बाद तीन जिलों में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में भी बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है। वहीँ कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना को बड़ी सफलता मिली है।
लांजा नगर पंचायत (रत्नागिरी), कन्हन पीपरी म्युनिसिपल काउंसिल (नागपुर) और गडचंदूर म्युनिसिपल काउंसिल (चंद्रपुर) की कुल 51 सीटों में से कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना ने 35 सीटों पर जीत दर्ज की है।
इनमे शिव सेना ने 17, कांग्रेस ने 14 और एनसीपी ने चार सीटों पर जीत दर्ज की। वहीँ भारतीय जनता पार्टी को मात्र 11 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। इन तीनों स्थानीय निकायों में 17 सदस्यों का सदन है।
वहीँ राज्य में छह नगर निगम परिषद में हुए उप चुनावों में भी कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना का दबदबा कायम रहा। उपचुनाव में एनसीपी और शिवसेना ने नासिक में दो सीटें जीतीं, वहीँ मालेगांव में जेडीएस को जीत मिली है। भाजपा को नागपुर और पनवेल में जीत मिली, वहीँ कांग्रेस को लातूर और शिव सेना को मुंबई में जीत मिली।
जिला परिषद चुनाव में भी दी थी शिकस्त:
इससे पहले बुधवार को आये जिलापरिषद चुनाव के परिणाम में भी कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने बीजेपी को करारा देते हुए 58 में से 42 सीटें जीती थीं। अहम बात थी कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की गृह जिले में भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा।
58 सीटों के लिए हुए जिलापरिषद के चुनाव में कांग्रेस ने यहाँ सर्वाधिक 31 सीटें जीती हैं। वहीँ भारतीय जनता पार्टी को 14 सीटें मिली हैं। जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 10 सीटें और शिवसेना को 01 सीट मिली है। तथा 2 सीटें अन्य के खाते में गई हैं। नागपुर जिला परिषद में कुल 58 सीटें हैं। इस चुनाव के लिए मंगलवार को वोट डाले गए थे। बुधवार को इन सीटों की मतगणना हुई थी।