महाराष्ट्र: और कड़े हुए शिवसेना के तेवर, राज्यपाल से मिलने पहुंचे कांग्रेस-एनसीपी नेता
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच बढ़ते टकराव के बीच शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक बार फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी जताई है। इतना ही नहीं सामना में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आउटगोइंग सीएम बताया है।
इस बीच कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के नेताओं ने राजभवन पहुँच कर राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मुलाकात की है। राज्यपाल से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी नेता अजीत पवार, एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट, कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण सहित कई नेता शामिल थे।
रहीं राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद एनसीपी विधायक दल के नेता अजीत पवार ने कहा कि हमने राज्यपाल से हाल ही में हुई बारिश से किसानों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाया। हमने बताया कि सांगली और कोल्हापुर के किसानों तक अबतक मदद नहीं पहुंची है।
वहीँ दूसरी तरफ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर बीजेपी नेताओं की एक बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक बैठक में महाराष्ट्र की राजनैतिक स्थिति तथा शिवसेना के बिना राज्य में सरकार बनाने पर गहन मंथन हुआ।
इससे पहले आज पूरे दिन भी महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर सस्पेंस बना रहा। कुछ मीडिया रिपोर्ट में एनसीपी नेताओं के हवाले से दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के बीच सरकार बनाने को लेकर डील हो गयी है। खबरों में दावा किया गया कि महाराष्ट्र सरकार में मुख्यमंत्री शिवसेना का तथा दो उप मुख्यमंत्रियों में से एक शिवसेना और एक एनसीपी का होगा। वहीँ कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलना तय है।
हालाँकि आधिकारिक तौर पर अभी किसी पार्टी ने कोई पुष्टि नहीं की है। जबकि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद एनसीपी सुप्रीमो शारद पवार ने साफतौर पर कहा था कि महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कोई बात नहीं हुई है।
पवार ने मीडिया से कहा कि हमे जनादेश विपक्ष में बैठने के लिए मिला है लेकिन स्थितियों में परिवर्तन होने से इंकार नहीं किया जा सकता, राजनैतिक स्थितियों में कभी भी परिवर्तन आ सकता है।
पवार के इस बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे कि बदली स्थितियों में एनसीपी शिवसेना को सरकार बनाने के लिए समर्थन दे सकती है। पवार के बयान के बाद शिवसेना ने बीजेपी के प्रति अपने तेवर और कड़े कर दिए हैं।
फिलहाल सभी की नज़रें राजभवन पर लगी हैं। देखना है कि शिवसेना राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा कब पेश करती है। हालाँकि शिवसेना सांसद संजय राउत लगातार बयान दे रहे हैं कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।