अब मणिशंकर अय्यर ने कह दी ये बड़ी बात
नई दिल्ली। अपने बयानों को लेकर कई बार विवादों के घेरे में आ चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर छिड़ी बहस में कूद पड़े हैं।
मणिशकर अय्यर ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग देश की केवल 80 फीसदी आबादी को ‘असली भारतीय’ मानते हैं जो हिंदू धर्म का पालन कर रही है। बाकी लोग भारतीय नहीं हैं, देश में मेहमान की तरह हैं जिन्हें यहां से वह कभी भी निकाल सकते हैं।
रविवार को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 132वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत की विविधता को सबसे बेहतर तरीके से जवाहरलाल नेहरू ने समझा था और हमारे लिए भी इसे समझना बहुत अधिक आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू जानते थे कि भारत में कई भाषाओं, रंगों, जातियों, परंपराओं, संगीत, साहित्य और दर्शन से जुड़े हुए लोग हैं। अगर हम इसे नहीं समझेंगे तो इसका अर्थ है कि हम भारत माता की प्रशंसा नहीं बल्कि निंदा कर रहे हैं।
अय्यर ने कहा कि जो हिंदुत्व में भरोसा करते हैं और जो लोग संविधान में भरोसा करते हैं, उनमें यही अंतर है। उन्होंने कहा कि मुगलों ने भारत को अपना घर बनाया था जबकि अंग्रेजों ने कहा था कि हम यहां राज करने आए हैं लेकिन यह हमारा घर नहीं है। भारत ऐसा अकेला देश है जहां मुसलमान आए थे लेकिन यह इस्लामी देश नहीं बना।
गौरतलब है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशकर अय्यर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। गुजरात के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने के बाद उन्हें कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। मणिशकर अय्यर के बयान से कांग्रेस को गुजरात में नुकसान उठाना पड़ा था।