मध्य प्रदेश: कांग्रेस ने की बैलेट पेपर से उपचुनाव कराये जाने की मांग

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में 24 सीटों के उपचुनाव को लेकर जहाँ कांग्रेस और बीजेपी अपनी तैयारियों में व्यस्त हैं। वहीँ अब मांग उठ रही है कि उपचुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से कराये जाएँ।
ज़मींन शुरू होकर सोशल मीडिया तक पहुंची इस मांग का कांग्रेस समर्थन कर रही है। ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के चलते ईवीएम मशीन के इस्तेमाल से संक्रमण फैलने का डर है। इसलिए उपचुनाव में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल हो।
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल ईवीएम को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग भी यह दावा करता रहा है कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित हैं और इसमें छेड़छाड़ सम्भव नहीं है।
उपचुनाव में बैलेट पेपर के इस्तेमाल की मांग करते हुए मध्य प्रदेश राज्य कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है। 9 जून को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा चुनाव आयोग को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों के रिक्त होने के कारण उपचुनाव आयोजित होना है। जैसा कि सर्वविदित है कि प्रदेश में कोविड-19, कोरोना की महामारी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है।
पत्र में कहा गया है कि उपचुना की प्रक्रिया के अनुसार एक मतदान केंद्र पर 1000-1200 मतदाताओं को मतदान करना होता है। यदि मतदान ईवीएम मशीन से आयोजित किया जायेगा तो मतदाताओ को बार बार एक ही ईवीएम मशीन के बटनों को इस्तेमाल करने से संक्रमण फैलने की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए 24 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में ईवीएम की जगह मतपत्र छपवा कर इस्तेमाल किया जाए।
हालाँकि कांग्रेस की इस मांग पर बीजेपी ने तंज कसा है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि ‘कांग्रेस जनता के बीच कभी जाती नहीं, इसलिए खुद की हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ती है। कांग्रेस ने उपचुनाव से पहले ही हार मान ली है, इसलिए अभी से ईवीएम का बहाना ढूंढ लिया है।