दंगा प्रभावित इलाकों में पहुंची कांग्रेस की टीम, कनॉट प्लेस में निकला शांति मार्च
नई दिल्ली। दिल्ली के कुछ इलाको में हुई सांप्रदायिक हिंसा का जायजा लेने आज कांग्रेस की 5 सदस्यीय टीम ने दंगा प्रभावित इलाको का दौरा किया। इस 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में मुकुल वासनिक, तारिक अनवर, सुष्मिता देव, शक्तिसिंह गोहिल और कुमारी शैलजा शामिल थे।
इससे पहले आज कांग्रेस ने दिल्ली में हिंसा के बाद पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि उच्चतम न्यायालय को इन मामलों का संज्ञान लेना चाहिए तथा एक न्यायमित्र की नियुक्ति करनी चाहिए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह दावा भी किया कि हालात अभी सामान्य नहीं हुए हैं और लोगों में अब भी भय का माहौल है। उन्होंने कहा कि राजद्रोह के मामले का दुरुपयोग किया जा रहा है।
शर्मा ने दावा किया कि दिल्ली हिंसा में पहले कुछ दिनों तक जानबूझकर कार्रवाई नहीं हुई, इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। अब जो कार्रवाई हो रही है वह एकतरफा है, जो लोग धरने पर थे उन पर संगीन धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
वहीँ आज दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाको मौजपुर, जाफ़राबाद, बाबरपुर में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। इस दौरान स्पेशल कमिश्नर सतीश गोलचा ने लोगों से बात करके उनका विश्वास जीतने की कोशिश की। सतीश गोलचा ने कहा कि पिछले 3 से ज्यादा दिन से कोई घटना नहीं हुई है, इसलिए हमने कर्फ्यू के टाइमिंग में भी राहत दी है।
कनॉट प्लेस पर हजारों लोगों ने निकाला शांति मार्च :
दिल्ली में हिंसा के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोगों ने कनाट प्लेस में शांति मार्च निकाला। इसमें 15 पीड़ित स्वयं और उनके परिवार के सदस्य आए, 28000 लोगों ने इस मार्च में हिस्सा लिया जिसमें दिल्ली के भिन्न भिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली 500 से अधिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।
दिल्ली हिंसा के खिलाफ जंतर-मंतर पर एकजुट हुए लोगों ने शांति मार्च में भी हिस्सा लिया। हजारों लोगों ने हिंसा में बलिदान हुए दिल्ली पुलिस के सिपाही रतन लाल, आईबी के सुरक्षाकर्मी अंकित शर्मा और विनोद कश्यप को श्रद्धांजलि अर्पित की।