कांग्रेस का बड़ा आरोप: लोकतंत्र को कमज़ोर करने के षड्यंत्र में शामिल है चुनाव आयोग

कांग्रेस का बड़ा आरोप: लोकतंत्र को कमज़ोर करने के षड्यंत्र में शामिल है चुनाव आयोग

नई दिल्ली। कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लोकतंत्र को कमज़ोर करने के षड्यंत्र में शामिल होने का बड़ा आरोप है। साथ ही पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भी इस मामले में घेरते हुए सवाल किया कि पीएम मोदी खामोश क्यों हैं।

कांग्रेस की तरफ से यह टिप्पणी गुजरात हाईकोर्ट के उस फैसले पर आई है जिसमे गुजरात हाई कोर्ट ने राज्य के भाजपा नेता व शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा की 2017 विधानसभा चुनाव में कदाचार और वोट में हेराफेरी के आधार पर उनको मिले बहुमत को शून्य करार देते हुए उनके चुनाव को रद्द कर दिया है।

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने यह मामला उठाते हुए कहा कि देश की बांगडोर संभालने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग के लिए सड़क पर उतरने तक का ऐलान किया था, मगर अब वे इन मामलों पर चुप हैं।

कपिल सिब्बल ने कहा कि एक पिक्चर बनी थी, नसीरुद्दीन शाह और शबाना आजमी की, कि अलबर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है, आपको याद होगा? अलबर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है और मैं प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री जी आपको गुस्सा क्यों नहीं आता?

उन्होंने पीएम से मांग की कि यदि वह भ्रष्टाचार को दिल से खत्म करना चाहते हैं तो चुडासामा को तत्काल पार्टी से निकाल दें और हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील न करने का आदेश दें।

कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग के साथ सीबीआई को भी इस मामले में लपेटते हुए कहा कि कोरोना की तरह भ्रष्टाचार भी एक बड़ी महामारी है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में जब एक चुनाव आयुक्त ने गड़बडि़यों के खिलाफ आवाज उठाते हुए कुछ प्रतिकूल टिप्पणियां की तो उनके और परिवारजनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई।

गौरतलब है कि गुजरात हाई कोर्ट ने राज्य के भाजपा नेता व शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा की 2017 विधानसभा चुनाव में कदाचार और वोट में हेराफेरी के आधार पर उनको मिले बहुमत को शून्य करार देते हुए उनके चुनाव को रद्द कर दिया है।

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TeamDigital