राज्यपाल से मिले कमलनाथ, बीजेपी पर लगाया हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप
भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। इस मुलाकात में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के ताजा राजनैतिक हालातो पर बातचीत की।
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को एक पत्र भी सौंपा है जिसमें बीजेपी द्वारा विधायकों पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया गया है और राज्यपाल से अनुरोध किया गया कि वे ‘बेंगलुरु में कैद में रखे गए विधायकों की रिहाई’ सुनिश्चित करें।
वहीँ दूसरी तरफ बेंगलुरु में रुके विधायकों को वापस लाने के लिए कांग्रेस सुप्रीमकोर्ट में इस मामले को ले जाने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस नेता और राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने कल मीडिया से बातचीत में ऐसे संकेत दिए थे।
गुरूवार को विवेक तन्खा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी द्वारा बेंगलुरु में बंधक बनाकर रखे गए विधायकों को सकुशल आज़ाद कराने के लिए हम न्यायालय जाने पर विचार कर रहे हैं।
इससे पहले विधानसभा स्पीकर ने सभी बागी 22 विधायकों को नोटिस भेजकर कहा है कि वे अपने इस्तीफा के संदर्भ में व्यक्तिगत रूप से पेश हों। नोटिस में विधायकों से यह भी पूछा गया है कि उन्होंने किसी दबाव के चलते इस्तीफा तो नहीं दिया गया है।
22 विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट में आयी कमलनाथ सरकार के लिए अगले कुछ दिन बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। 16 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होना है।
माना जा रहा है कि बजट सत्र के पहले ही दिन विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी कमलनाथ सरकार के अल्पमत में होने का दावा करते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग करेगी।
हालाँकि फ्लोर टेस्ट को लेकर गुरूवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि विधायकों के इस्तीफे मंजूर नहीं हुए हैं, इसलिए जब तक विधायकों के इस्तीफा पर कोई फैसला नहीं हो जाता तब तक फ्लोर टेस्ट नहीं कराया जा सकता।
इससे पहले कल बेंगलुरु के एक रिसोर्ट में ठहरे कांग्रेस के 19 बागी विधायकों से मिलने पहुंचे कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह को कर्नाटक पुलिस ने विधायकों से नही मिलने दिया बल्कि उन्हें हिरासत में ले लिया।
इससे पहले जीतू पटवारी और पुलिस के बीच धक्का मुक्की और हाथापाई भी हुई। जीतू पटवारी का आरोप है कि बेंगलुरु में कांग्रेस विधायकों बंधक बनाकर रखा गया है। ये विधायक वापस भोपाल आना चाहते हैं लेकिन पुलिस उन्हें रिसॉर्ट से बाहर नहीं निकलने दे रही।