सिंघु बॉर्डर खाली कराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और किसानो में भिड़ंत, पत्थरबाज़ी
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के 64वे दिन आज स्थानीय लोगों के समूंह और प्रदर्शनकारी किसानो के बीच हुई भिड़ंत के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
यह घटना उस समय हुई जब खुद को स्थानीय व्यक्ति बताने वाले करीब 100लोगों ने किसानो के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और सिंघु बॉर्डर खाली कराये जाने की मांग की। इस दौरान प्रदर्शनकारी और किसान आमने सामने आ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक खुद को स्थानीय लोग बताने वाले प्रदर्शनकारियों ने किसानो के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानो पर पथराव किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया। पथराव की इस घटना में अलीपुर व नरेला के एसएचओ गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
मामला बढ़ते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया। जानकारी के मुताबिक स्थानीय प्रदर्शनकारियों ने एसएचओ नरेला व अलीपुर पर तलवार से हमला किया, जो उनके हाथ में लग गई, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है।
हाथो में तिरंगा झंडा लेकर सिंघु बॉर्डर पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने वहां पहुँचते ही किसानो पर हमला बोल दिया। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारी सिंघु बॉर्डर पर लंगर के लिए लगाए गए टेंट में भी घुस गए और खाने पीने की सामिग्री को फेंकना शुरू कर दिया। किसानो द्वारा विरोध जताये जाने पर प्रदर्शनकारियों ने किसानो पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने किसानो के रखे सामान को जमकर नुकसान पहुँचाया।
सिंघु बॉर्डर पर एक किसान प्रदर्शनकारी ने बताया कि हाथो में तिरंगा झंडा लेकर आये करीब 100 लोगों ने अचानक हमला बोला और वे हमारे टेंटो में भी घुस गए। इन प्रदर्शनकारियों के झुण्ड में कुछ लोग हाथो में तलवार लेकर आये थे। जब हमने विरोध जताया तो उन्होंने पथराव किया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर भी पथराव किया। किसान ने बताया कि प्रदर्शनकारी “दिल्ली पुलिस तुम लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं” और “भारत माता की जय” के अलावा “देशद्रोहियों को वापस भेजो” के नारे भी लगा रहे थे।